Shani chalisa pdf | शनि चालीसा का पाठ इस तरह किया जाता है
अगर आप शनि देव के भक्त है तो आपको शनि चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए शनि देव का पाठ करने से आपके मन को शांति मिलेगी और आपको और आपके पूरे परिवार को सुख समृद्धि मिलेगी।
- Advertisement -
आज के लेख Shani chalisa pdf | शनि चालीसा का पाठ इस तरह किया जाता है में हम आपके लिये शनि चालीसा करने की सही विधि और सही समय बताने के साथ साथ शनि चालीसा का पाठ भी कराएंगे।
शनि चालीसा करने की विधि
वैसे तो शनि चालीसा के पाठ के लिए कोई नियम और समय नहीं होता है। बस मन में पूर्ण श्रद्धा रखे हुए किया हुआ पाठ फलदायी होता है । परन्तु अगर इसे शनिवार के दिन शाम के समय किया जाये तो और भी उत्तम माना जाता है।
आप काले रंग के वस्त्र धारण करके किसी शनि मंदिर में इसका पाठ कर सकते हैं। अथवा घर में ही पाठ से पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करके पाठ करने के लिए आसन में बैठना चाहिए।
शनि देव की प्रतिमा या फोटो को भी सामने रख सकते हैं। भगवान शनि से अपने कष्टों का शीघ्र निवारण करने हेतु प्रार्थना करते श्रद्धा भाव से पाठ करें।
- Advertisement -

शनि चालीसा
जय गनेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल.
दीनन के दुःख दूर करि कीजै नाथ निहाल.
जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज.
करहु कृपा है रवि तनय. राखहु जन की लाज.
जयति जयति शनिदेव दयाला. करत सदा भक्तन प्रतिपाला ..
चारि भुजा, तनु श्याम विराजै माथे रतन मुकुट छवि छाजै.
परम विशाल मनोहर भाला. टेढ़ी दृश्टि भृकुटि विकराला.
कुण्डल श्रवण चमाचम चमके. हिये माल मुक्तन मणि दमके.
कर में गदा त्रिशूल कुठारा. पल बिच करैं अरिहिं संसारा.
पिंगल, कृश्णों, छाया, नन्दन यम कोणस्थ, रौद्र, दुःखभंजन.
सौरी, मन्द, शनि, दशनामा भानु पुत्र पूजहिं सब कामा.
जार प्रभु प्रसन्न हो जाहीं. रंकहुं राव करै क्षण माहीं.
पर्वतहु तृण होई निहारत. तृणहु को पर्वत करि डारत.
राज मिलत बन रामहिं दीन्हा. कैकेइहुँ की मति हरि लीन्हा.
हूँ में मृग कपट दिखाई. मातु जानकी गई चुराई..
लक्षमन विकल शक्ति के मारे रामा दल चनंतित बहे सारे
रावण की मति गई बौराई रामचन्द्र सों बैर बढ़ाई.
दियो छारि करि कंचन लंका बाजो बजरंग वीर की डंका.
नृप विक्रम पर दशा जो आई. चित्र मयूर हार सो ठाई.
हार नौलख की लाग्यो चोरी हाथ पैर डरवायो तोरी,
अतिनिन्दा मय बिता जीवन तेलिहि सेवा लायो निरपटन.
विनय राग दीपक महँ कीन्हो तव प्रसन्न प्रभु सुख दीन्हो
हरिश्चन्द्र नृप नारी बिकाई राजा भरे डोम घर पानी.
वक्र दृश्टि जब नल पर आई. भूंजी- मीन जल बैठी दाई.
श्री शंकर के गृह जब जाई. जग जननि को भसम कराई..
तनिक विलोकत कर कुछ रीसा. नभ उड़ि गयो गौरिसुत सीसा.
पाण्डव पर भै दशा तुम्हारी अपमानित भई द्रौपदी नारी.
कौरव कुल ‘की गति मति हारि. युद्ध महाभारत भयो भारी.
रवि कहं मुख महं धरि तत्काला कुदि परयो ससा पाताला.
शेश देव तब विनती किन्ही मुख बाहर रवि को कर दीन्ही.
वाहन प्रभु के सात सुजाना. जग दिग्गज गर्दभ मृग स्वाना.
कौरव कुल की गति मति हारि. युद्ध महाभारत भयो भारी.
रवि कहं मुख महं धरि तत्काला कुदि परयो ससा पाताला.
शेश देव तब विनती किन्ही मुख बाहर रवि को कर दीन्ही.
वाहन प्रभु के सात सुजाना. जग दिग्गज गर्दभ मृग स्वाना.
जम्बुक सिंह आदि नख धारी सो फ़ल जयोतिश कहत पुकारी..
गज वाहन लक्ष्मी गृह आवै हय ते सुख सम्पत्ति उपजावैं,
दर्भ हानि करै बहु काजा, सिंह सिद्ध कर राज समाजा.
जम्बुक बुद्धि नश्ट कर डारै मृग दे कश्ट प्राण संहारै,
जब आवहिं प्रभु स्वान सवारी चोरी आदि होय डर भारी.
तैसहि चारि चरण यह नामा. स्वर्ण लौह चाँदी अरु तामा.
लौह चरण पर जब प्रभु आवैं धन जन सम्पति नश्ट करावे.
समता ताम्र रजत शुभकारी स्वर्ण सदा सुख मंगल कारी.
जो यह शनि चरित्र नित गावै. दशा निकृश्ट न कबहुं सतावै.
नाथ दिखावै अदभुत लीला. निबल करे जय है बल शिला
जो पण्डित सुयोग्य बुलवाई. विधिवत शनि ग्रह शांति कराई.
पीपल जल शनि दिवस चढ़ावत दीप दान दै बहु सुख पावत..
कहत राम सुन्दर प्रभु दासा शनि सुमिरत सुख होत प्रकाशा.
दोहा
पाठ शनिचर देव को, कीन्हों विमल तैयार.
करत पाठ चालीसा दिन हो दुख सागर पार
शनि चालीसा की महत्वता
शनि देव के बुरे प्रभाव को कम करने का एक बेहद कारगर उपाय है, शनि चालीसा का पाठ। शनि ग्रह को शनैश्चर अर्थात धीमी गति से चलने वाला भी बोलते हैं। एक राशि में अपना चक्र पूर्ण करने के लिए इन्हें लगभग ढ़ाई साल लगते हैं। शनि के प्रभाव को कम करके मन को शांत रखने के लिए शनि चालीसा का पाठ उत्तम माना जाता है।
इससे आप अपनी ज़िन्दगी की कठिनाइयों और मुश्किलों से शीघ्र ही निजात पा सकते हैं। कुंडली में शनि के साढ़े साती या अन्य किसी भी प्रभाव को कम किया जा सकता है।
इस चालीसा के पाठ के फलस्वरूप आपके जीवन में भौतिक सुखों की खुशहाली आएगी। आप झूठे अपराधों, आरोपों, और इल्ज़ामों से सरक्षा पा सकते हैं। आप जीवन में दुर्घटनाओं और अपराधों से बचेंगे। इस चालीसा का पाठ आपको सही रास्ते में चलने के लिए प्रेरित करेगा।
Online Paise Kaise Kamaye ( रोज 2000 से 5000 रुपये कमाए ) ऑनलाइन पैसे कमाने के आसन तरीके