Bharat ka bhugol भारत का भूगोल: आज का हमारा विषय है indian Geography in hindi हम भारत का भूगोल, भौगोलिक स्थिति, भौतिक स्वरूप, पठार,मैदान, घाट,नदियाँ, जलवायु, वर्षा, कृषि,जनगणना और अन्य सभी भारत से जुड़े हुये भौगोलिक तथ्यों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
अगर आप किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहें है तो आपके लिये यह आर्टिकल बहुत ही लाभदायक होने बाला है इसलिये आप इस पोस्ट से अंत तक जुड़े रहें।
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भारत का सामान्य परिचय
आज हम कोई भी परीक्षा देने जाएं तो हमें 2 से 3 नंबर के प्रश्न भारत के सामान्य परिचय से देखने को मिलते है जिनका अच्छे से अध्यन न होने की बजह से हम गलती कर जाते है और प्रश्न गलत कर आते इसलिए आप भारत का भूगोल | Bharat ka bhugol में भारत का सामान्य परिचय अवश्य देखें।
- यह तीन ओर समुद्र से घिरा हुआ है तथा उत्तर-पूर्वी गोलार्द्ध में, एशिया महाद्वीप में स्थित है।
- भारत का अक्षांशीय विस्तार 8°4′-37°6′ उत्तरी अक्षांश तक तथा देशान्तरीय विस्तार 68°7′ – 97°25′ पूर्वी देशान्तर तक है।
- भारत का क्षेत्रफल, विश्व के क्षेत्रफल का 2.4% है, जबकि भारत में सम्पूर्ण विश्व की 17.5% जनसंख्या निवास करती है।
- भारत, विश्व में क्षेत्रफल की दृष्टि से सातवाँ तथा जनसंख्या की दृष्टि से दूसरा सबसे बड़ा देश है।
- भारत का कुल क्षेत्रफल 32 लाख 87 हजार 263 वर्ग किमी है। भारत का उत्तर से दक्षिण विस्तार 3214 किमी तथा पूर्व से पश्चिम विस्तार 2933 किमी है।
- भारत की स्थलीय सीमा 15200 किमी तक विस्तृत है, जबकि तटीय भाग की लम्बाई 7516.5 किमी है, परन्तु मुख्य भूमि के तटीय भाग को कुल लम्बाई 6100 किमी है।
- 82 -1°/2 पूर्वी देशान्तर रेखा भारत के मध्य से होकर जाती है। इसके द्वारा भारत का मानक समय निर्धारित होता है। यह इलाहाबाद के नैनी से होकर जाती है।
- भारत का मानक समय (IST) ग्रीनविच मीन टाइम (GMT) से 5:30 घण्टे आगे है।
- कर्क रेखा (23-1/2, उत्तरी अक्षांश) भारत के बीचों-बीच (मध्य) से गुजरती है।
- यह 8 राज्यों राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड,पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा एवं मिजोरम से होकर जाती है।
भारत का भौतिक स्वरूप
- भू-आकृति के आधार पर भारत को पाँच भागों में बाँटा गया है 1. उत्तर का पर्वतीय क्षेत्र 2. प्रायद्वीपीय पठार 3. उत्तर का विशाल मैदान 4. तटीय क्षेत्र 5. द्वीपीय प्रदेश।
- भारत के कुल क्षेत्रफल का 43% भाग मैदानी, 28% भाग पठारी, 18% भाग पहाड़ी तथा 11% भाग पर्वतीय है।
उत्तर का पर्वतीय क्षेत्र
- वर्तमान में जहाँ हिमालय है वहाँ पहले टेथिस नामक उथला सागर था।
- हिमालय एक नवीन मोड़दार वलित पर्वत है।
- कराकोरम, एवं लद्दाख श्रेणियाँ ट्रांस हिमालय के अन्तर्गत आती हैं।
- K-2 गॉडविन ऑस्टिन भारत की सर्वोच्च चोटी है। यह पाक अधिकृत कश्मीर में है।
- हिमालय की सबसे ऊँची श्रेणी हिमाद्रि या वृहद् हिमालय है।
प्रायद्वीपीय पठार
- प्रायद्वीपीय पठार प्राचीन गोण्डवानालैण्ड का भाग है। यह त्रिभुजाकार है।
- अरावली पहाड़ियाँ राजस्थान में स्थित हैं। इसका सर्वोच्च शिखर गुरु शिखर है।
- अरावली एवं विन्ध्य शृंखलाओं के मध्य मालवा का पठार स्थित है।
- मालवा का पठार मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ राज्य में विस्तृत है।
- मैकाल पहाड़ी का सर्वोच्च शिखर अमरकण्टक है।
- छोटानागपुर पठार को भारत का रूर कहते हैं, क्योंकि यह खनिज की दृष्टि से सर्वाधिक सम्पन्न है।
- अनाइमुदि दक्षिण भारत की सर्वोच्च पर्वत चोटी है। इसकी ऊँचाई 2695 मीटर है।
भारत के पड़ोसी देश
भारत का भूगोल | Bharat ka bhugol :अगर भारत के पड़ोसी देशों की बात करें तो वैसे तो भारत 9 देशों के साथ अपनी सीमा को साझा करता है अर्थात भारत 9 देशों के साथ अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमा बनाता है अतः हम कह सकते हैं कि भारत के 9 पड़ोसी देश है लेकिन आपके अतिरिक्त जानकारी के लिए हम आपको बताना चाहेंगे कि भारत 7 देशों के साथ अपनी स्थलीय सीमा को साझा करता है ।
- बांग्लादेश
- चीन
- पाकिस्तान
- नेपाल
- म्यांमार
- भूटान
- अफगानिस्तान
- श्रीलंका
- मालदीव
मैदान
- मैदान का निर्माण नदियों द्वारा लाई गई जलोढ़ मिट्टियों से हुआ है। यह अत्यधिक उपजाऊ है।
- भावर प्रदेश अत्यधिक ऊबड़-खाबड़ है, इसलिए यहाँ नदियाँ दिखाई नहीं देती हैं।
- तराई प्रदेश दलदली क्षेत्र है, यहाँ घने जंगल तथा जैव विविधता की अधिकता रहती है।
- बाँगर प्रदेश उच्च भाग होता है, जहाँ बाढ़ का पानी नहीं पहुँच पाता है।
- खादर प्रदेश नवीन जलोढ़ों से निर्मित है। इसे बाढ़ का मैदान या कछारी प्रदेश कहते हैं।
पूर्वी एवं पश्चिमी घाट
- पूर्वी व पश्चिमी घाट नीलगिरी पर्वतमाला पर आपस मे मिल जाते है।
- नीलगिरि पर्वत की सर्वोच्च चोटी दोदाबेट्टा है, जो दक्षिण भारत की दूसरी सर्वोच्च चोटी है।
- अन्नामलाई पहाड़ी की सर्वोच्च चोटी अनाइमुदि है। यह तीन पहाड़ियों का मिलन बिन्दु है।
- पश्चिमी घाट एक भ्रंश कगार है। इसे सह्याद्रि भी कहा जाता है।
- अरब सागर में स्थित लक्षद्वीप प्रवाल द्वीप का उदाहरण है।
भारत की नदियाँ
- हिमालयी नदियाँ वर्ष भर जल से परिपूर्ण रहती हैं, जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ मौसम एवं बारिश होती है।
- भारत की सबसे लम्बी नदी गंगा है।
- गंगा नदी को बांग्लादेश में पद्मा कहा जाता है, जबकि ब्रह्मपुत्र नदी को बांग्लादेश में जमुना कहा जाता है।
- नर्मदा एवं ताप्ती नदियाँ पश्चिम की ओर (रिफ्ट घाटी से होकर) बहती हैं। ये नदियाँ का निर्माण नहीं करती हैं। ये एश्चुअरी बनाती हैं।
- प्रायद्वीपीय भारत की सबसे बड़ी नदी गोदावरी है।
- सतलज एवं ब्रह्मपुत्र नदियों का उद्गम स्थल भारत में नहीं है।
- भागीरथी व अलकनन्दा नदियों का संगम देवप्रयाग में होता है।
- रुद्रप्रयाग में मन्दाकिनी एवं अलकनन्दा नदियों का संगम होता है।
- कर्णप्रयाग में पिण्डार एवं अलकनन्दा नदियों का संगम होता है।
- विष्णु प्रयाग में धौलीगंगा एवं अलकनन्दा नदियों का संगम होता है।
- दामोदर नदी को बंगाल का शोक तथा कोसी नदी को बिहार का शोक कहते हैं।
भारत की जलवायु
भारतीय जलवायु भारत का भूगोल | Bharat ka bhugol का महत्वपूर्ण अध्याय है आप इसका अध्ययन अवश्य करें।
- भारत में उष्णकटिबन्धीय मानसूनी प्रकार की जलवायु पाई जाती है।
- भारत में चार प्रकार की ऋतुएँ पाई जाती हैं।
- 1. शीत ऋतु (15 दिसम्बर से 15 मार्च तक )
- 2. ग्रीष्म ऋतु (16 मार्च से 15 जून तक )
- 3. वर्षा ऋतु (16 जून से 15 सितम्बर तक)
- 4. शरद् ऋतु (16 सितम्बर से 14 दिसम्बर तक )
- मानसून पूर्व होने वाली वर्षा को, असोम में चाय वर्षा, बंगाल में काल वैशाखी, केरल में आम्र वर्षा, कर्नाटक में कॉफी वर्षा एवं चेरी ब्लॉसम कहा जाता है।
- उत्तर-पश्चिम भारत में ग्रीष्म ऋतु में चलने वाली गर्म एवं शुष्क हवाओं को लू (Loo) कहते हैं।
- भारत में सबसे अधिक वर्षा वाला स्थान मासिनराम (मेघालय) है।
- भारत में सबसे कम वर्षा वाला स्थान लेह (जम्मू-कश्मीर) है।
- भारत में सबसे अधिक वर्षा दक्षिण-पश्चिम मानसून से होती है।
- लौटते हुए मानसून से तमिलनाडु (कोरोमण्डल तट) में वर्षा होती है।
- ओडिशा राज्य में सर्वाधिक प्राकृतिक आपदाएँ आती हैं।
- देश के पहले आपदा प्रबन्धन प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना लातूर (महाराष्ट्र) में की गई है।
भारत की मिट्टी
- भारत में 8 प्रकार की मिट्टियाँ पाई जाती हैं। ये हैं- 1. जलोढ़ मिट्टी 2. काली मिट्टी 3. लाल मिट्टी 4 लैटेराइट मिट्टी 5. मरुस्थलीय मिट्टी 6. पर्वतीय मिट्टी 7. लवणीय या क्षारीय मिट्टी 8. अम्लीय या तेजाबी मिट्टी।
- जलोढ़ मिट्टी का निर्माण नदियों द्वारा किया गया है। इसमें नाइट्रोजन, फॉस्फोरस की कमी होती है।
- भारत में सर्वाधिक विस्तार जलोढ़ मिट्टियों का है।
- काली मिट्टी का निर्माण बेसाल्ट चट्टानों (ज्वालामुखी क्रिया) से हुआ काली मिट्टी को रेगुर तथा कपास वाली मिट्टी कहा जाता है।
- काली मिट्टी को स्वतः जुताई वाली मिट्टी भी कहा जाता है।
- टिटेनीफेरस एवं जीवांश के कारण मिट्टी का रंग काला होता है।
- लौह-ऑक्साइड के कारण मिट्टी का रंग लाल होता है।
- लाल मिट्टियों में लौह एवं एल्युमीनियम अत्यधिक मात्रा में पाया जाता है।
- लैटेराइट मिट्टी में लौह एवं सिलिका की अधिकता पाई जाती है।
- मरुस्थलीय मिट्टी में ज्वार, बाजरा, रागी, तिलहन (मोटे अनाज) की कृषि की जैविक एवं कार्बनिक पदार्थों की अधिकता वाली मिट्टी को पीट या जैविक कहा जाता है।
- चाय की खेती के लिए लैटेराइट मिट्टी सर्वाधिक उपयुक्त मिट्टी होती है।
- पर्वतीय मिट्टी में बागानी कृषि की जाती है। इसमें चाय, कहवा, मसाले आदि फसलें उत्पादित की जाती हैं।
- लवणीय एवं क्षारीय मिट्टियों को रेह, कल्लर या ऊसर कहा जाता है।
- बलुई मिट्टी में जलधारण क्षमता सबसे कम तथा चिकनी मिट्टी में सबसे अधिक होती है।
- अम्लीय या तेजाबी मिट्टी (Acidic Soil) को कृषि योग्य बनाने के लिए सामान्यत: चूने (Lime) का प्रयोग किया जाता है।
- क्षारीय मिट्टी को कृषि योग्य बनाने के लिए जिप्सम का प्रयोग किया जाता है।
- मरुस्थलीय समस्याओं के समाधान एवं सुधार के लिए जोधपुर (राजस्थान) में सेण्ट्रल एरिङ जोन रिसर्च इन्स्टीट्यूट (CAZRI) की स्थापना की गई है।
भारत की कृषि
- भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहाँ की 58% जनसंख्या कृषि कार्य में लगी हुई है।
- भारत की कुल भूमि के 51% भाग पर ही कृषि कार्य किया जाता है।
- हवा में पौधों को उगाने की क्रिया एरोपोर्टिक कहलाती है।
- मृदारहित कृषि या जल में पौधों को उगाने की क्रिया हाइड्रोपोनिक्स कहलाती है।
- रबी की फसलों के अन्तर्गत, गेहूँ,जौ, चना, सरसों, राई, मटर आदि की कृषि की जाती है।
- खरीफ की फसलों में धान, गन्ना, बाजरा, मक्का, कपास, ज्वार आदि की कृषि की जाती है।
- उड़द, मूँग, तरबूज, खरबूजा, खीरा तथा ककड़ी आदि जायद की फसलों के अन्तर्गत आती हैं।
- विश्व में हरित क्रान्ति के जनक के रूप में नॉर्मन ई. बोरलॉग को जाना जाता है, जबकि एम. एस.स्वामीनाथन को भारत में हरित क्रान्ति का जनक माना जाता है।
- भारत में हरित क्रान्ति की शुरुआत 1966-67 ई. में हुई थी।
- कृषि क्रान्तियों को समग्र रूप से इन्द्रधनुषी क्रान्ति के माध्यम से बल दिया जा रहा है।
भारत की जनगणना
- विश्व में पहली जनगणना स्वीडन द्वारा 1749 ई. में कराई गई थी। हुई थी।
- भारत में पहली जनगणना लॉर्ड मेयो के समय 1872 ई. में हुई थी ।
- भारत की पहली व्यवस्थित तथा दस वर्षीय जनगणना 1881 ई. लॉर्ड रिपन के समय हुई थी।
- भारत में जनगणना 10 वर्षों के बाद होती है।
जनगणना 2011
- वर्ष 2011 की जनगणना भारत की 15वीं जनगणना तथा स्वतन्त्र भारत की 7वी जनगणना है।
- 15वीं जनगणना 2011 का नारा ‘हमारी जनगणना, हमारा भविष्य’ था। • जनसंख्या की दृष्टि से भारत विश्व में दूसरा स्थान रखता है।
- जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश है।
- जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटा राज्य सिक्किम है।
- जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा केन्द्रशासित प्रदेश दिल्ली है।
- जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटा केन्द्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप है। सर्वाधिक लिंगानुपात वाला राज्य केरल है।
- सबसे कम लिंगानुपात वाला राज्य हरियाणा है।
- सर्वाधिक लिंगानुपात वाला केन्द्रशासित प्रदेश पुदुचेरी है।
- सबसे कम लिंगानुपात वाला केन्द्रशासित प्रदेश दमन एवं दीव है।
- सर्वाधिक जनघनत्व वाला राज्य बिहार है।
- सबसे कम जनघनत्व वाला राज्य अरुणाचल प्रदेश है।
- सर्वाधिक जनघनत्व वाला केन्द्रशासित प्रदेश दिल्ली है।
- कम जनघनत्व वाला केन्द्रशासित प्रदेश अण्डमान-निकोबार द्वीप समूह है।
- सर्वाधिक साक्षरता दर वाला राज्य केरल है।
- सबसे कम साक्षरता दर वाला राज्य बिहार है।
- सर्वाधिक साक्षरता दर वाला केन्द्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप है।
- सबसे कम साक्षरता दर वाला केन्द्रशासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली है।
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महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी
भारत का भूगोल और इतिहास क्या है?
भारत (1947 से पहले अविभाजित) एशिया का एक बेड़ा देश है, जिसके बाकी हिस्सों में उत्तर, उत्तर-पूर्व और उत्तर-पश्चिम में ऊंचे पहाड़ हैं और बाकी देशों में महासागर हैं। यह एक उपमहाद्वीप की तरह है। पहाड़ों और समुद्र से घिरे, प्रकृति ने इस देश को भौगोलिक एकता दी है। पूरे इतिहास में, भारत की स्पष्ट भौगोलिक एकता रही है।
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भूगोल की उत्तपत्ति कैसे हुई है ?
Geography शब्द की उत्तपति का श्रेय ग्रीक (यूनानी ) विद्वान् इरेटॉस्थनीज (276-194 ई० पू० ) को जाता है। इन्होने ही सर्वप्रथम ग्रीक भाषा के दो शब्द ‘Geo’ (पृथ्वी) और ‘Graphos’ (वर्णन) को मिलकर Geography शब्द का निर्माण 234 ई० पू० में किया था।
भूगोल के पिता कौन थे ?
एच॰ एफ॰ टॉजर ने हिकैटियस (500 ईसा पूर्व) को भूगोल का पिता माना था जिसने स्थल भाग को सागरों से घिरा हुआ माना तथा दो महादेशों का ज्ञान दिया।
भारत का भूगोल किसने लिखा ?
भारत का भूगोल लेखक माजिद हुसैन की एक पुस्तक है। यह पुस्तक एक अकादमिक पुस्तक और एक संदर्भ पुस्तिका के रूप में कार्य करती है जिसमें भारतीय भूगोल से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य और जानकारी शामिल है।
भारत की कुल लम्बाई कितनी है ?
पूरी तरह उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत की मुख्यभूमि 8 डिग्री 4 मिनट और 37 डिग्री 6 मिनट उत्तरी अक्षांश और 68 डिग्री 7 मिनट तथा 97 डिग्री 25 मिनट पूर्वी देशान्तर के बीच स्थित है। उत्तर से दक्षिण तक इसकी अधिकतम लंबाई 3,214 कि. मी. और पूर्व से पश्चिम तक अधिकतम चौड़ाई 2,933 कि.
पूरी दुनिया मे कितने देश है ?
आपकी जानकारी के बता दें की विश्व में मान्यता प्राप्त कुल 195 देश है। आज के इस लेख में हम आपको दुनिया के सभी देशो के नाम, राजधानी और मुद्रा के विषय में बताने जा रहें है। इन जानकारियों को प्राप्त करने के लिए इच्छुक नागरिक ऑनलाइन सर्च करते हैं तथा लोगों को इसकी जानकारी प्राप्त नहीं हो पाती है।
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