नमस्कार दोस्तो स्वागत है आप हमारी वेबसाइट AKstudyHub में आज के आर्टिकल में हम International Award in Hindi | प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार के बारे में विस्तृत बात करने बाले है।
आज हम कोई भी प्रतियोगी परीक्षा देने जाये तो हमें तीन से चार नंबर के प्रश्न International Award in Hindi | प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार से पूछें जाते है अगर आप इस पोस्ट पर अंत तक बने रहे तो आपके मन मे पुरस्कार से सम्बंधित सवालो के जबाव मिल जायेंगे।
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प्रमुख अंतर्राष्टीय पुरस्कार
नोबेल पुरस्कार
नोबेल पुरस्कार की स्थापना स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड बर्नहार्ड नोबेल ने 1901 ई. में की थी। अल्फ्रेड बर्नहार्ड नोबेल का जन्म 1833 ई. में स्वीडन के शहर स्टॉकहोम में हुआ था। अल्फ्रेड नोबेल ने 1867 ई. में डायनामाइट की खोज की।
पुरस्कार के लिए बनी समिति और चयनकर्त्ता प्रत्येक वर्ष अक्टूबर में नोबेल पुरस्कार विजेताओं की घोषणा करते हैं, लेकिन पुरस्कारों का वितरण अल्फ्रेड नोबेल की पुण्य तिथि 10 दिसम्बर को किया जाता है। प्रत्येक पुरस्कार में एक वर्ष में अधिकतम तीन लोगों को पुरस्कार दिया जा सकता है।
नोट पहले नोबेल पुरस्कार पाँच विषयों में कार्य के लिए दिए जाते थे। अर्थशास्त्र के लिए पुरस्कार स्वेरिजेश रिक्स बैंक, स्वीडिश बैंक द्वारा अपनी 300वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में 1967 ई. में आरम्भ किया गया और इसे 1969 – ई. में पहली बार प्रदान किया गया। इसे अर्थशास्त्र में नोबेल स्मृति पुरस्कार भी कहा जाता है।
भारतीय नोबेल पुरस्कार विजेता
- रवीन्द्रनाथ टैगोर 1910 ई. में एक अंग्रेज कवि डब्ल्यू.बी. यीट्स (Yeats) ने टैगोर की काव्य-संग्रह गीतांजलि का अंग्रेजी अनुवाद किया एवं प्रस्तावना लिखी, जिस पर 1913 ई. में टैगोर को नोबेल पुरस्कार मिला।
- सी.वी. रमन इनकी खोज ‘रमन प्रभाव’ के लिए इन्हें 1930 ई. में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार दिया गया।
- हरगोबिन्द खुराना इन्हें 1968 ई. में ‘कृत्रिम जीन के संश्लेषण’ के लिए चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार दिया गया।
- मदर टेरेसा इन्हें 1979 ई. में इनके ‘समाज सेवा सम्बन्धी कार्यों’ के लिए शान्ति का नोबेल पुरस्कार मिला।
- सुब्रह्मण्यम चन्द्रशेखर इन्हें 1983 ई. में इनकी खोज ‘चन्द्रशेखर सीमा’ के लिए भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला।
- अमर्त्य सेन इन्हें 1998 ई. में ‘कल्याणकारी अर्थशास्त्र’ के लिए अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिला।
- वी.एस. नायपॉल इन्हें वर्ष 2001 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया गया है।
- वेंकटरमण रामकृष्ण भारतीय अमेरिकी रामकृष्ण को अमेरिका के थॉमस ई. स्टेज और इजराइल की अदा ई. योनथ के साथ प्रोटीन का निर्माण करने वाले राइबोसोम की संरचना और कार्य प्रणाली की खोज के लिए संयुक्त रूप से वर्ष 2009 में रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार मिला।
- कैलाश सत्यार्थी इन्हें वर्ष 2014 में (पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई के साथ) शान्ति के लिए नोबेल पुरस्कार मिला।
नोट 1937 1938 1939 1947 एवं 1948 में गांधीजी को पाँच बार शान्ति पुरस्कारों के लिए नामित किया गया, पर एक बार भी उन्हें इस पुरस्कार लिए नहीं चुना गया।
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ऑस्कर पुरस्कार
इस पुरस्कार की शुरुआत 1929 ई. में हुई थी। यह पुरस्कार विश्व फिल्म जगत् का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है। यह पुरस्कार नेशनल अकादमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एण्ड साइन्सेज संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा दिया जाता है। इसका ऑफिशियल नाम ‘अकेडमी अवार्ड ऑफ मेरिट‘ है।
ऑस्कर में नामित प्रमुख भारतीय फिल्में..
- 1957 मदर इण्डिया ऑस्कर में नामित प्रथम भारतीय फिल्म
- 1988 सलाम बॉम्बे
- 2001 लगान
- ऑस्कर के साथ ही नोबेल पुरस्कार को भी प्राप्त करने वाले एकमात्र व्यक्ति जॉर्ज नॉर्ड शॉ है, इन्हें 1925 ई. में साहित्य के लिए नोबेल और 1938 ई. में बेस्ट स्क्रीन प्ले के लिए ऑस्कर पुरस्कार दिया गया।
- महबूब खाँ की मदर इण्डिया 1958 ई. में सवश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म की श्रेणी में नामांकन पाने वाली पहली फिल्म थी।
- ऑस्कर पाने वाली पहली भारतीय महिला भानु अथैया हैं, जिन्होंने गांधी फिल्म में रिचर्ड एटनबरो की कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग के लिए यह पुरस्कार जीता था।
- सत्यजीत रे पहले भारतीय थे, जिन्हें सिनेमा में उनकी उपलब्धियों के लिए 1992 ई. में ऑस्कर का ‘लाइफ टाइम अवार्ड’ दिया गया।
मान बुकर पुरस्कार
1969 ई. से दिया जाने वाला यह पुरस्कार, साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कारों के बाद सबसे बड़ा पुरस्कार माना जाता है। यह पुरस्कार बुकर कम्पनी एवं ब्रिटिश प्रकाशक संघ द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाता है।
यह पुरस्कार किसी एक कथाकृति के लिए राष्ट्रमण्डल देशों के कथाकारों को ही दिया जाता है। मान बुकर अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार 2 वर्ष में एक बार अंग्रेजी भाषा में (अथवा अंग्रेजी में अनूदित) उत्कृष्ट कथा साहित्य के लिए विश्वभर के किसी साहित्यकार को दिया जाता है।
मान बुकर प्राप्त करने वाले भारतीय मूल के लेखक
लेखक | कृति | वर्ष |
वी.एस. नायपॉल | इन ए फ्री स्टेट | 1971 |
सलमान रुश्दी | मिडनाइट चिल्ड्रेन | 1981 |
अरुंधति | द गॉड ऑफ स्मॉल थिंग्स | 1997 |
किरण देसाई | द इन्हेरीटेन्स | 2006 |
अरविंद अडिगा | हाइट टाइगर | 2008 |
ग्रेमी पुरस्कार
ग्रेमी पुरस्कार, संगीत के क्षेत्र में अभूतपूर्व उपलब्धियों के लिए दिए जाते हैं। इसका प्रारम्भ 1958 ई. से हुआ। इन्हें प्रतिवर्ष नेशनल एकेडमी ऑफ रिकॉर्डिंग आर्ट्स एण्ड साइन्सेज द्वारा दिया जाता है।
ये पुरस्कार कुल 108 श्रेणियों में दिए जाते है। इसमें विजेता को एक ट्रॉफी प्रदान की जाती है, जिस पर सोने का पानी चढ़ा पुरानी शैली का एक ग्रामोफोन बना होता है।
1973 ई. के कन्सर्ट फॉर बांग्लादेश नामक रिकॉर्ड के लिए अन्य कलाकारों के साथ भारत के सुप्रसिद्ध सितारवादक पण्डित रविशंकर को भी ग्रेमी अवार्ड मिला था और फिर 1994 ई. में उनके शिष्य विश्वमोहन भट्ट को यह पुरस्कार मिला।
रेमन मैग्सेसे पुरस्कार
यह पुरस्कार फिलीपीन्स की सरकार द्वारा देश के तीसरे राष्ट्रपति रेमन मैग्सेसे की स्मृति में 1968 ई. से प्रदान किए जाते हैं। इस पुरस्कार की स्थापना अप्रैल, 1957 में की गई थी। यह एशिया का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है तथा इसे “एशिया का नोबेल पुरस्कार’ भी कहा जाता है।
यह पुरस्कार पाँच क्षेत्रों में दिया जाता है— 1. शासकीय सेवा 2. समुदाय नेतृत्व 3. जन सेवा 4. पत्रकारिता, साहित्य और रचनात्मक संचार कला 5. अन्तर्राष्ट्रीय समझ।
गांधी शान्ति अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार
यह पुरस्कार 1995 से भारत सरकार द्वारा विश्व शान्ति में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाले व्यक्ति को दिया जाता है।
पुलित्जर पुरस्कार
1917 ई. में प्रारम्भ किया गया यह पुरस्कार, अमेरिकी प्रकाशक जोसेफ पुलित्जर के नाम पर पत्रकारिता के क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए दिया जाता है। पत्रकारिता के क्षेत्र में इसे विश्व का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार माना जाता है। यह यू.एस.ए. के कोलम्बिया विश्वविद्यालय के द्वारा प्रदान किया जाता है।
कलिंग पुरस्कार
यह पुरस्कार 1952 ई. में प्रारम्भ हुआ। इसे प्रारम्भ करने में सबसे प्रमुख भूमिका कलिंग फाउण्डेशन के संस्थापक बीजू पटनायक की थी। अब यह पुरस्कार यूनेस्को द्वारा विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के लिए किए गए असाधारण प्रयास के लिए दिया जाता है।
जवाहरलाल नेहरू पुरस्कार
विश्व शान्ति और अन्तर्राष्ट्रीय सद्भाव को बढ़ावा देने में पूर्व भारतीय प्रधानमन्त्री पण्डित जवाहरलाल नेहरू के योगदान की प्रतिष्ठा में 1965 ई. में शुरू किए गए। इस पुरस्कार की घोषणा भारत सरकार का विदेश मन्त्रालय करता है।
प्रमुख राष्ट्रीय पुरस्कार

भारत रत्न
यह कला, साहित्य तथा विज्ञान, खेल या बड़े पैमाने पर जनसेवा में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए देश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पुरस्कार है। इसकी शुरुआत 1954 ई. में हुई थी। यह 26 जनवरी को भारत के राष्ट्रपति के द्वारा दिया जाता है। इसके मेडल में पीपल के पत्ते के आकार पर सूर्य का चित्र अंकित रहता है।
जनता पार्टी द्वारा इस पुरस्कार को 1977 ई. में बन्द कर दिया गया था,किन्तु 1980 ई. में कांग्रेस सरकार ने इसे फिर से शुरू किया।1980 ई. में दोबारा शुरू होने पर इसे सर्वप्रथम मदर टेरेसा ने प्राप्त किया। मरणोपरान्त सर्वप्रथम लाल बहादुर शास्त्री को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति
- 1954 डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, डॉ. चन्द्रशेखर वेंकटरमन
- 1955 डॉ. भगवान दास, डॉ. मोक्षगुण्डम् विश्वेश्वरैया, जवाहरलाल नेहरू
- 1957 पण्डित गोविन्द बल्लभ पन्त
- 1958 घोंघो केशव कर्वे
- 1961 विधान चन्द्र राय, राजर्षि पुरुषोत्तम दास टण्डन
- 1962 डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
- 1963 डॉ. जाकिर हुसैन, डॉ. पाण्डुरंग वामन काणे
- 1966 लाल बहादुर शास्त्री (मरणोपरान्त पुरस्कार पाने वालों में प्रथम)
- 1971 इन्दिरा गांधी
- 1975 वराहगिरि वेंकट गिरि
- 1976 कुमार स्वामी कामराज (मरणोपरान्त)
- 1980 मदर टेरेसा
- 1983 आचार्य विनोबा भावे (मरणोपरान्त)
- 1987 खान अब्दुल गफ्फार खान
- 1988 मखदुम गोपालन रामचन्द्रन (मरणोपरान्त)
- 1990 डॉ. भीमराव अम्बेडकर (मरणोपरान्त), नेल्सन मण्डेला
- 1991 राजीव गांधी (मरणोपरान्त), सरदार वल्लभभाई पटेल (मरणोपरान्त), मोरारजी देसाई
- 1992 मौलाना अबुल कलाम आजाद (मरणोपरान्त), जे. आर. डी. टाटा, सत्यजीत राय
- 1997 ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, गुलजारी लाल नन्दा (मरणोपरान्त), अरुणा आसफ अली (मरणोपरान्त)
- 1998 एम. एस. सुब्बालक्ष्मी, सी. सुब्रह्मण्यम, जयप्रकाश नारायण (मरणोपरान्त)
- 1999 पण्डित रविशंकर, प्रो. अमर्त्य सेन व गोपीनाथ बारदोलोई (मरणोपरान्त)
- 2001 लता मंगेशकर, उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ
- 2008 भीमसेन जोशी
- 2014 सचिन तेन्दुलकर एवं चिन्तामणि नगेसा रामचन्द्र राव
- 2015 अटल बिहारी वाजपेयी, मदन मोहन मालवीय (मरणोपरान्त)
पदम् पुरस्कार
पद्म पुरस्कार
पद्म पुरस्कार भारत रत्न के बाद दूसरा बड़ा सम्मान है। इसे भी भारत रत्न के साथ 1977 ई. में बन्द कर दिया गया था तथा 1980 ई. में फिर से शुरू किया गया। तीन पद्म पुरस्कार हैं
- पद्म विभूषण सरकारी कर्मचारियों द्वारा की गई सेवाओं सहित किसी भी क्षेत्र में विशेष तथा उल्लेखनीय कार्य के लिए दिया जाने वाला दूसरा सबसे बड़ा राष्ट्रीय पुरस्कार है।
- पद्म भूषण किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट कार्य के लिए दिया जाने वाला तीसरा सबसे बड़ा राष्ट्रीय पुरस्कार
- पद्म श्री किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट कार्य के लिए दिया जाने वाला चौथा सबसे बड़ा राष्ट्रीय पुरस्कार हैं।
वीरता पुरस्कार
परमवीर चक्र
यह वीरता के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार या पदक है, जो थल, जल व वायु में दुश्मन के सामने बहादुरी के सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन या आत्म-बलिदान के लिए दिया जाता है। यह मेडल या पदक काँस्य का बना होता है।
जिस पर एक ओर इन्द्रवज्र अंकित होता है, जबकि दूसरी ओर हिन्दी व अंग्रेजी में परमवीर चक्र लिखा होता है। पदक को सैनिक अपनी कमीज के बाई ओर बैंगनी रंग के रिबन से लगाता है।
महावीर चक्र
यह दूसरा सबसे बड़ा वीरता पुरस्कार या पदक है, जो थल, जल एवं वायु में दुश्मन के सामने बहादुरी के सर्वोत्कृष्ट कार्य के लिए दिया जाता है। यह पदक स्टैण्डर्ड चाँदी का बना होता है। इसका आकार गोल होता है, जिसके एक ओर पाँच कोण वाले सितारे के बीच में राष्ट्रचिह्न अंकित होता है, दूसरी ओर कमल तथा हिन्दी एवं अंग्रेजी में महावीर चक्र लिखा होता है।
वीर चक्र
यह तृतीय श्रेणी का वीरता पुरस्कार या पदक है, जो थल, जल एवं वायु में दुश्मनों के सामने साहस, पराक्रम और आत्म-बलिदान के लिए दिया जाता है।
यह पदक भी स्टैण्डर्ड चाँदी का बना होता है। इसके एक ओर पाँच कोण वाला सितारा तथा अशोक चक्र एवं दूसरी ओर दो कमल अंकित होते हैं। पदक को नीली-केसरी पट्टी के साथ पहना जाता है।
विशिष्ट सेवा मेडल
यह सेना के कर्मचारियों को असाधारण तथा उच्च कोटि के विशिष्ट सेवा कार्य के लिए दिया जाता है।
अशोक चक्र
यह पदक थल, जल और नभ में साहस, पराक्रम या आत्म-बलिदान का अत्यन्त ही सराहनीय कार्य दिखाने के लिए प्रदान किया जाता है।
जीवन रक्षा पदक
डूबने से, आग से या किसी भी तरह से प्राण बचाने के लिए प्रदर्शित साहस एवं वीरतापूर्ण कार्यों के लिए यह पदक प्रदान किया जाता है।
ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित साहित्कार
वर्ष | पुरस्कार विजेता | कृति |
1965 | जी शंकर कुरूप | आड़ा कुजाई (मलयालम) |
1966 | ताराशंकर बंदोपाध्याय | गणदेवता (बांग्ला) |
1967 | के.वी. पुटप्पा व उमाशंकर जोशी | रामायण दर्शनम (कन्नड़), निशीथ (गुजरात) |
1968 | सुमित्रानन्दन पन्त | चिदम्बरा (हिन्दी) |
1969 | फिराक गोरखपुरी | गुल-ए-नगमा (उर्दू) |
1970 | विश्वनाथ सत्यनारायण | श्रीमद् रामायण कल्पवृक्षम् (तेलुगू) |
1971 | विष्णु डे | स्मृति सत्ता भविष्यत (बांग्ला) |
1972 | रामधारी सिंह ‘दिनकर’ | उर्वशी (हिन्दी) |
1973 | गोपीनाथ मोहन्ती एवं डी.आर बेंद्रे | माली मटाल (उडिया), चार तार (कन्नड़) |
1974 | विष्णु सखा खाण्डेकर | ययाति (मराठी) |
1975 | ए.वी. अकिलन्दम | चित्तपावन (तमिल) |
1976 | श्रीमती आशापूर्णा देवी (प्रथम महिला) | प्रथम प्रतिश्रुति (बांग्ला) |
1977 | डॉ. के. शिवराम कारन्थ | मूकज्जिया कनसुगुल (कन्नड़) |
1978 | डॉ. सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ | कितनी नावों में कितनी बार (हिन्दी) |
1979 | डॉ. वीरेन्द्र कुमार भट्टाचार्य | मृत्युंजय (असमिया) |
1980 | एस. के. पोट्कट | ओरू देसातिने कथा (मलयालम) |
1981 | अमृता प्रीतम | कागज ते कैनवास (पंजाबी) |
1982 | महादेवी वर्मा | यामा हिंदी |
1983 | वेंकटेश आयंगर | चिकवीर राजेन्द्र (तेलुगू) |
1984 | तक्षी शिवशंकर पिल्लई | कायर (मलयालम) |
1985 | पन्नालाल पटेल | मानवीनी भवाई (गुजराती) |
1986 | सच्चिदानन्द राउत राय | उड़िया साहित्य |
1987 | विष्णु वामन शिखाडकर | मराठी साहित्य |
1988 | डॉ.सी. नारायण रेड्डी | तेलुगू साहित्य |
1989 | कुर्रतुल एन. हैदर | उर्दू साहित्य |
1990 | विनायक कृष्ण गोकाक | कन्नड़ साहित्य |
1991 | सुभाष मुखोपाध्याय | बांग्ला साहित्य |
1992 | नरेश मेहता | हिन्दी साहित्य |
1993 | डॉ. सीताकान्त महापात्र | उड़िया साहित्य |
1994 | प्रो. यू. आर. राव | कन्नड़ साहित्य |
1995 | एम.टी. वासुदेवन नायर | मलयालम साहित्य |
1996 | श्रीमती महाश्वेता देवी | बांग्ला साहित्य |
1997 | अली सरदार जाफरी | उर्दू साहित्य |
1998 | गिरीश कर्नाड | कन्नड़ साहित्य |
1999 | निर्मल वर्मा व गुरदयाल सिंह | हिन्दी एवं पंजाबी साहित्य |
2000 | इन्दिरा गोस्वामी | असमिया साहित्य |
2001 | राजेन्द्र केशव लाल शाह | गुजराती साहित्य |
2002 | डी. जयकान्तन् | तमिल साहित्य |
2003 | विंदा करंदीकर | मराठी साहित्य |
2004 | रहमान राही | कश्मीरी साहित्य |
2005 | कुँवर नारायण | हिन्दी साहित्य |
2006 | रविन्द्र केलकर और सत्यव्रत शास्त्री | कोंकणी एवं संस्कृत साहित्य |
2007 | ए.बी.एन. कुरूप | मलयालम साहित्य |
2008 | शहरयार | उर्दू साहित्य |
2009 | अमरकान्त व श्री लाल शुक्ल | हिन्दी कथाकार |
2010 | चन्द्रशेखर कुँवर | कन्नड़ साहित्य |
2011 | प्रतिभा रे | उड़िया साहित्य (पाकुदु राल्लु) |
2012 | डॉ. राबुरी भारद्वाजा | तेलुगू साहित्य |
2013 | केदारनाथ सिंह | हिन्दी साहित्य |
2014 | भालचन्द्र नेमाडे | मराठी साहित्य |
2015 | रघुवीर चौधरी | गुजराती साहित्य |
2016 | शंखघोष | बांग्ला साहित्य |
2017 | कृष्णा सोबती | हिन्दी साहित्य |
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार
वर्ष | व्यक्ति |
1969 | देविका रानी रोरिक |
1970 | वीरेंद्र नाथ सरकार |
1971 | पृथ्वीराज कपूर* |
1972 | पंकज मलिक |
1973 | सुलोचना रूबी नायर |
1974 | बी एन रेड्डी |
1975 | धीरेन गांगुली |
1976 | कानन देवी |
1977 | नितिन बोस |
1978 | रायचंद्र बोराल |
1979 | सोहराब मोदी |
1980 | पी. जयराज |
1981 | नोशाद अली |
1982 | एल बी प्रसाद |
1983 | दुर्गा खोटे |
1984 | सत्यजीत राय |
1985 | बी शांताराम |
1986 | बी नाग रेड्डी |
1987 | राजकपूर |
1988 | अशोक कुमार |
1989 | लता मंगेशकर |
1990 | आकलिनेनी नागेश्वर राव |
1991 | भालजी पेंढारकर |
1992 | भूपेन हजारिका |
1993 | मजरूह सुल्तानपुरी |
1994 | दिलीप कुमार |
1995 | डॉ राजकुमार |
1996 | शिवाजी गणेशन |
1997 | कवि प्रदीप |
1998 | बी आर चोपड़ा |
1999 | हृषिकेश मुखर्जी |
2000 | आशा भोंसले |
2001 | यश चोपड़ा |
2002 | देवानंद |
2003 | मृणाल सेन |
2004 | अडूर गोपाल कृष्णन |
2005 | श्याम बेनेगल |
2006 | तपन सिन्हा |
2007 | मन्नाडे |
2008 | बी के मूर्ति |
2009 | डी रामानायडू |
2010 | के बालाचंदर |
2011 | सौमित्र चटर्जी |
2012 | प्राण |
2013 | गुलजार |
2014 | शशि कपूर |
2015 | मनोज कुमार |
2016 | कसीनथुनी विश्वनाथ |
2017 | विनोद खन्ना* |
2018 | आगे की जानकारी अगली पोस्ट में |
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