D.EL.Ed Syllabus in Hindi | BTC Syllabus in Hindi : नमस्कार दोस्तों ! डीएलएड या बीटीसी 2 वर्ष का पाठ्यक्रम है आज के लेख के माध्यम से हम BTC Syllabus 2023 in Hindi में डीएलएड का सम्पूर्ण सिलेबस सरल और सहज भाषा मे समझने का प्रयास करेंगे।
UP D.EL.Ed Syllabus in Hindi | BTC Syllabus in Hindi
उत्तर प्रदेश सरकार D.EL.Ed Syllabus 2023 को मुख्यतः चार भागों में विभाजित किया है जिसे 2 वर्षो में पूर्ण करना होता है प्रत्येक 6 महीने में इसका सिलेबस बदला जाता है ।
- Advertisement -
D.EL.Ed Syllabus 2023 को चार सेमस्टर में विभाजित किया गया है जिसे प्रथम सेमस्टर (1st Semester), द्वितीय सेमस्टर (2nd Semester), तृतीय सेमस्टर (3rd Semester), चतुर्थ सेमस्टर (4rth Semester) का नाम दिया है। आगे हम सभी सेमेस्टर का सिलेबस विस्तार पूर्वक जानेंगे।
UP D.EL.Ed Syllabus in Hindi | BTC Syllabus in Hindi – 1st सेमेस्टर (प्रथम सेमेस्टर)
बीटीसी या डीएलएड के पाठ्यक्रम को अलग अलग विषयों में विभाजित किया गया है जिसे हम विस्तारपूर्वक जानेंगे।
BTC Syllabus in Hindi | बालविकास एवं सीखने की प्रक्रिया – 1st सेमेस्टर (प्रथम सेमेस्टर)
बाल विकास
- बाल विकास का अर्थ, आवश्यकता तथा क्षेत्र
- बाल विकास की अवस्थाएं (वैषवावस्था, बाल्यावस्था, किषोरावस्था) एवं इनके अन्तर्गत होने वाले विकास-
- शारीरिक विकास
- मानसिक विकास, बुद्धि बुद्धिलब्धि (आईक्यू) बुद्धि परीक्षण
- संवेगात्मक विकास, संज्ञानात्मक विकास (पियाजे का सिद्धान्त)
- सामाजिक विकास
- भाषा विकास अभिव्यक्ति क्षमता का विकास
- सृजनात्मकता एवं सृजनात्मक क्षमता का विकास
- व्यक्तित्व का विकास-अर्थ, प्रकार (अन्तर्मुखी, बहिर्मुखी उभयमुखी)।
- व्यक्तित्व परीक्षण के तरीके एवं समायोजन के उपाय वैयक्तिक भिन्नता अर्थ कारक एवं महत्व
- कल्पना, चिन्तन और तर्क का विकास
- बाल विकास के आधार एवं उनको प्रभावित करने वाले कारक
- वषानुक्रमः
- वातावरण (पारिवारिक, सामाजिक, विद्यालयी, संचार माध्यम)
अधिगम का अर्थ तथा सिद्धान्त
- Advertisement -
- अधिगम (सीखना) का अर्थ, अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक-पालक को शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य परिपक्वता
- सीखने की इच्छा, प्रेरणा, विषय सामग्री का स्वरूप यावरण शारीरिक एवं मानसिक थकान ।
- अधिगम की प्रभावषाली विधियों करके सीखना, अनुकरण द्वारा सीखना, निरीक्षण करके सीखना परीक्षण करके सीखना, सामूहिक विधियों द्वारा सीखना सम्मेलन व विचार गोष्ठी विधि प्रोजेक्ट विधि, समूह अधिगम
- अधिगम के नियम-थार्नडाइक के सीखने के मुख्य एवं गौण नियम तथा सीखने-सिखाने में इनका महत्व
- अधिगम के प्रमुख सिद्धान्त तथा कक्षा शिक्षण में इनकी व्यावहारिक उपयोगिता • थार्नडाइक का प्रयास एवं त्रुटि का सिद्धान्त
- पैवलय का सम्बद्ध प्रतिक्रिया का सिद्धान्त
- स्किनर का क्रिया प्रसूत अधिगम सिद्धान्त
- कोहलर का सूझ या अन्तर्दृष्टि का सिद्धान्त
- प्याज का सिद्धान्त
- व्यगारकी का सिद्धान्त
- ब्रुनर का सिद्धान्त
- सीखने का अर्थ एवं प्रकार सीखने में पठार- अर्थ और कारण, निराकरण
- सीखने का स्थानान्तरण-अर्थ, प्रकार, सिद्धान्त एवं सीखने-सिखाने में स्थानान्तरण क महत्व
- अभिप्रेरण- अर्थ प्रकार एवं महत्व
- अभिप्रेरण की विधियाँ रूचि सफलता, प्रतिद्वन्दिता, सामूहिक कार्य, प्रशंसा, पुरस्कार
- खेल, सामाजिक कार्यक्रमों में सहभागिता कक्षा का वातावरण ध्यान
- सीखने-सिखाने के सन्दर्भ में तथा विद्यालयीय व्यवस्था के सन्दर्भ में समुदाय के सक्रिय सदस्यों, ग्राम शिक्षा समितियों
- विद्यालय प्रबन्ध समिति तथा अन्य प्रकार की विद्यालयीय समितियों के सदस्यों का अभिप्रेरण
- ध्यान-अर्थ, प्रकार, ध्यान को प्रभावित करने वाले कारक एवं बच्चों का ध्यान केन्द्रित करने के उपाय
- रुचि अर्थ, प्रकार तथा बच्चों की रुचि का परीक्षण व उनमें रूचि उत्पन्न करने की विधियां
- अधिगम में रुचि का महत्व, ध्यान एवं रूचि का सम्बन्ध
- स्मृति अर्थ प्रकार तथा अच्छी स्मृति के प्रभावी कारक
- विस्मरण का अर्थ, कारण एवं महत्व
- सांख्यिकी अर्थ महत्व एवं आंकड़ो का रेखाचित्रीय निरूपण
- माध्य माध्यिका एवं बहुलक
BTC Syllabus in Hindi | शिक्षण अधिगम के सिद्धांत – 1st सेमेस्टर (प्रथम सेमेस्टर)
शिक्षण का अर्थ तथा उद्देश्य
- सम्प्रेषण
- सम्प्रेषण का अर्थ
- आवश्यकता एवं महत्व
- सम्प्रेषण के घटक / कारक
- सम्प्रेषण के प्रकार प्रभावी सम्प्रेषण के तरीके
- शिक्षण के सिद्धान्त
- करके सीखने का सिद्धान्त • प्रेरणा का सिद्धान्त
- रुचि का सिद्धान्त
- निष्चित उद्देष्य का सिद्धान्त नियोजन का सिद्धान्त
- चयन का सिद्धान्त
- वैयक्तिक भिन्नताओं का सिद्धान्त
- लोकतन्त्रीय व्यवहार का सिद्धान्त
- जीवन से सम्बन्ध स्थापित करने का सिद्धान्त
- आवृत्ति का सिद्धान्त
- निर्माण एवं मनोरंजन का सिद्धान्त
- विभाजन का सिद्धान्त (लघु सोपानों का )
- शिक्षण के सूत्र
- सरल से जटिल की ओर
- ज्ञात से अज्ञात की ओर
- स्थूल से सूक्ष्म की ओर
- पूर्ण से अप की ओर
- अनिष्चित से निष्चित की ओर
- प्रत्यक्ष से अप्रत्यक्ष की ओर
- विषिष्ट से सामान्य की ओर
- विश्लेषण से संश्लेषण की ओर
- मनोवैज्ञानिक से तर्कसंगत की ओर
- अनुभव से युक्तियुक्त (तर्कपूर्ण) की ओर
- प्रकृति का अनुसरण
- षिक्षण प्रविधियों
- प्रष्नोत्तर प्रविधि विवरण प्रविधि
- वर्णन प्रविधि व्याख्यान प्रविधि
- स्पष्टीकरण प्रविधि
- कहानी कथन प्रविधि
- निरीक्षण एवं अवलोकन प्रविधि
- उदाहरण प्रविधि
- खेल / गतिविधि प्रविधि
- समूह चर्चा प्रविधि
- प्रयोगात्मक कार्य प्रविधि
- वाद-विवाद प्रविधि
- कार्यपाला प्रविधि
- भ्रमण प्रविधि
- शिक्षण की नवीन विधाएँ (उपागम)
- बालकेन्द्रित शिक्षण
- क्रिया / गतिविधि आधारित शिक्षण
- रूचिपूर्ण / आनन्ददायी षिक्षण
- सहभागी शिक्षण
- दक्षता आधारितं शिक्षण
- उपचारात्मक शिक्षण
- बहुकक्षा / बहुस्तरीय शिक्षण
सूक्ष्य शिक्षण तथा शिक्षण के आधार भूत कौशल
- सूक्ष्य शिक्षण का अर्थ, आवश्यकता एवं महत्व एवं प्रकार
- शिक्षण कौषल अर्थ
- पाठ प्रस्तावना कौशल
- उद्देश्य कथन कौशल
- प्रश्न कौशल
- व्याख्यान कौशल
- सोदाहरण स्पष्टीकरण या दृष्टान्त कौशल
- छात्र सहभागिता कौशल उद्दीपन परिवर्तन कौशल
- पुनर्बलन कौशल
- श्यामपट्ट लेखन कौशल
- पुनरावृत्ति कौशल
- शिक्षण में एक से अधिक कौषलों एवं गतिविधियों का समावेष ।
अपेक्षित अधिगम स्तर
- संकल्पना
- अधिगम स्तर की सम्प्राप्ति में अधिगम अनुभवों का संयोजन अपेक्षित अधिगम प्रतिफल का अधिगम के पुनर्बलन में महत्व ।
शिक्षण अधिगम सामग्री
- अर्थ
- आवश्यकता एवं महत्व
- शिक्षण अधिगम सामग्री के प्रकार / वर्गीकरण
- उत्तम शिक्षण अधिगम सामग्री की विशेषताएं
शिक्षण अधिगम सामग्री के प्रकार
- इन्द्रिय जनित अधिगम कराने हेतु विभिन्न पदार्थ वस्तुयें किया था स्पर्श, सूचना,चखना।
- दृष्य सामग्री
- प्रशिक्षु एवं बच्चों द्वारा निर्मित सामग्री, बाजार से क्रय सामग्री
- विभाग द्वारा प्रदत्त सामग्री यथा अपरेपन ब्लैकबोर्ड किट, गणित किट, विज्ञान किट पाठ्यपुस्तकें, प्रषिक्षण साहित्य, अनुपूरक अध्ययन सामग्री, पिचक सन्दर्पिका आदि.
- प्रकृति से प्राप्त वस्तुएं-ज, बीज, सीके, पत्तियों, टहनियाँ, बालू, कंकण, पत्थर इत्यादि।
- श्रव्य सामग्री-टेप रिकार्डर, ऑडियो / सी०डी० / कैसेट प्लेयर, रेडियो आदि ।
- दृष्य एवं श्रव्य सामग्री कम्प्यूटर, टेलीविजन, डी०वी०डी०, वीडियो सी०डी०।
उत्तम शिक्षण अधिगम सामग्री की विशेषताएं
- बिना लागत के प्राप्त
- अल्प लागत
- बहुउद्देष्यीय सामग्री यथा- एक से अधिक कक्षाओं में प्रयोग एक से अधिक विषयों में प्रयोग एक से अधिक पाठों / प्रकरणों में प्रयोग, विषयवार पाठ्यवस्तु के अनुरूप शैक्षिक उपयोगिता
- बच्चों की रूचि, आयु एवं मानसिक स्तर के अनुरूप
- कक्षा व्यवस्था के अनुरूप सामग्री का आकार-प्रकार।
- शिक्षण में आसानी से प्रयोग करने योग्य।
शिक्षण अधिगम सामग्री के निर्माण, प्रयोग तथा रखरखाव में सावधानियाँ ।
BTC Syllabus in Hindi | विज्ञान – 1st सेमेस्टर (प्रथम सेमेस्टर)
- सजीव वस्तुएं प्राकृतिक और मानव निर्मित वस्तुएं तथा उनका वर्गीकरण, सजीव व निर्जीव वस्तुओं में अन्तर, पौधों और जन्तुओं में अन्तर व समानता जन्तु व वनस्पतियों में वातावरणीय अनुकूलन।
- वनस्पति जगत पौधों के विभिन्न भाग एवं उनके कार्य पौधों एवं जन्तुओं की उपयोगिता, पौधों के विभिन्न भागों का रूपान्तरण एवं उपयोग
- पौधों में प्रजनन व उसके प्रकार अलैंगिक व लैंगिक जनन, पुष्प के भाग, परागण,निषिचन बीज तथा बीजों का प्रकीर्णन।
- भौतिक मापन आवश्यकता एवं विधियां स्टैंडर्ड M.K.S, or S.I. पद्धति, मापन में प्रयुक्त उपकरण जैसे- रेनगेज, थर्मामीटर आदि।
- गति एवं बल गति क्या है, गति के नियम, गति के प्रकार (यथा रेखीय गति, वृत्तीय गति, घूर्णन गति दोलन गति) चाल: परिभाषा सूत्र व मात्रक बल पेशीय, गुरूत्वीय, चुम्बकीय, विद्युतीय तथा घर्षण
- पदार्थ एवं उसकी अवस्थायें पदार्थ की अवस्थायें (यथा ठोस, द्रव व गैस) गुण एवं संरचना पदार्थों का घुलना, मिश्रण के प्रकार व मिश्रणों का पृथककरण।
- निम्नलिखित बिन्दुओं में से किसी एक पर मॉडल तैयार करना-
- भारत में वर्षा जल संचयन की प्रणाली पर मॉडल (राजस्थान एक केस स्टडी)
- गति के नियमों पर विभिन्न मॉडल
- विद्युत चुम्बकीय बल के अनुप्रयोग (और बेल का मॉडल) अथवा कोई अन्य।
BTC Syllabus in Hindi | गणित – 1st सेमेस्टर (प्रथम सेमेस्टर)
- संख्या तथा संख्यांक का बोध,
- अंकों का ज्ञान, स्थानीय मान
- गुणा तथा भाग की संकल्पना एवं संक्रियाएँ।
- भिन्न की संकल्पना तथा गणितीय संक्रियाएँ।
- दशमलव संख्या की अवधारणा, दशमलव संख्या में प्रयुक्त अंकों का स्थानीयमान तथा गणितीय संक्रियाएँ।
- अपवर्तक (विभाजक), अपवर्त्य (गुणज ) समापवर्तक तथा समापवर्त्य की अवधारणा
- लघुतम समापवर्त्य तथा महत्तम समापवर्तक की अवधारणा, भाज्य तथा अभाज्य संख्याओं का अर्थ ।
- प्रतिशत का अर्थ तथा संकेत तथा प्रतिशत ज्ञात करना।
- अवर्गीकृत आकड़ों का पिक्टोग्राफ, बार-ग्राफ तथा पाई-ग्राफ द्वारा निरूपण ।
- सजातीय तथा विजातीय बीजगणितीय व्यंजकों का बोध, इनका जोड, घटाना।
- तल तलखण्ड, बिन्दु, रेखा, वक्र रेखाखण्ड, किरण तथा कोण की संकल्पना । • पटरी तथा परकार की सहायता से 60°. 90 तथा 120 का कोण बनाना।
- कोण के प्रकार (न्यूनकोण समकोण तथा अधिककोण)
- त्रिभुज, आयत, वर्ग तथा वृत्त की अवधारणा तथा इनके अंगों की जानकारी।
- परिमिति का अर्थ ।
BTC Syllabus in Hindi | सामाजिक अध्ययन – 1st सेमेस्टर (प्रथम सेमेस्टर)
- इतिहास का अर्थ, महत्व एवं जानने के रमेत, पुरातात्विक मुद्रा एवं अभिलेख, साहित्यिक रण विदेशी यात्रियों का विवरण, तिथि निर्धारण पद्धतियाँ।
- पृथ्वी पर मानव की उत्पत्ति एवं विकास पाषाण या प्रस्तर काल, ताम्र एवं कांस्य युग, लौह युगः ।
- नदी घाटी की सभ्यताएं-सिंधु घाटी की सभ्यता, मेसोपोटेनिया की सभ्यता, मिस्र की सभ्यता.
- चीन की सभ्यता।
- वैदिक काल-पूर्व एवं उत्तर वैदिक काल ।
- महाजनपद काल भारत के प्रारंभिक षोडश महाजनपदों का उल्लेख, मगध का साम्राज्य, सिकंदर का आक्रमण व उसका भारत पर प्रभाव।
- उपनिषद्काल जैन व बौद्ध धर्म
- सौरमण्डल-ग्रह, उपग्रह, क्षुद्रग्रह, आकाशगंगा, उल्कापिंड
- मानचित्र अर्थ एवं दिशाओं का ज्ञान, मानचित्रण।
- अक्षांश एवं देशान्तर रेखाए क्या कितनी और क्यों, GMT. IST, International Date Line Time Zones. Prime Meridian.
- पृथ्वी ताप कटिबन्ध, गोलार्ध एवं ध्रुव ।
- पृथ्वी की गतियां परिभ्रमण, परिक्रमण-क्या, क्यों, कैसे एवं इसका परिणाम।
- महाद्वीप, महासागर।
- एशिया महाद्वीप में भारत-स्थिति एवं विस्तार, पड़ोसी देश धरातल, जलवायु, वनस्पति एवं वन्यजीव ।
- खगोलीय संगठन – NASA & ISRO आदि।
- ग्रामीण एवं नगरीय जीवन शैली।
- ग्रामीण जीवन पंचायती राज व्यवस्था-ग्राम पंचायत क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत का गठननएवं मुख्य कार्य।
- नगरीय जीवन नगर पंचायत, नगर पालिका परिषद, नगर निगम का गठन एवं मुख्य कार्य
- जनपद स्तरीय प्रशासन कानून व्यवस्था भूमि व्यवस्था, नागरिक सुविधाओं का विकास- शिक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था
- यातायात एवं सुरक्षा
- सड़क यातायात के नियमों एवं संकेतों की जानकारी।
- सड़क दुर्घटना के बचाव हेतु सावधानियां।
- रेल यातायात रेलवे क्रासिंग के संकेतों की जानकारी।
- अर्थशास्त्र एक परिचय अर्थशास्त्र का अभ्युदय, विभिन्न अर्थशास्त्रियों के दृष्टिकोण में अर्थशास्त्र, प्रसिद्ध अर्थशास्त्रियों का अर्थशास्त्र में योगदान- एडम स्मिथ, एलफ्रेड मार्शल रॉबिन्स जे०के० मेहता. अमर्त्य सेन आदि।
- राष्ट्रीय आय प्रति व्यक्ति आय, सकल घरेलू उत्पाद (GDP), शुद्ध घरेलू उत्पाद (NDP), सकल राष्ट्रीय उत्पाद (GNP) शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद (NNP) वैयक्तिक आय (Personal Imcome), व्यय योग्य आय (Disposable Income), राष्ट्रीय आय व आर्थिक विकास।
BTC Syllabus in Hindi | हिंदी – 1st सेमेस्टर (प्रथम सेमेस्टर)
- हिन्दी भाषा में ध्वनियों को सुनकर समझना एवं शुद्ध उच्चारण।
- देवनागरी लिपि के समस्त लिपि संकेतों, स्वर, व्यंजन, संयुक्त वर्ण, संयुक्ताक्षर, मात्राओं का ज्ञान।
- विलोम, समानार्थी, तुकान्त व समान ध्वनियों वाले शब्दों की पहचान ।
- अल्प विराम, अर्धविराम, पूर्णविराम, प्रश्न वाचक, विस्मयबोधक, अवतरण चिन्ह, विराम चिन्ह का ज्ञान और उनका प्रयोग ।
- लेखन शिक्षण की विधियाँ और लिखना, सीखने में ध्यान रखने योग्य बातें बैठने का ढंग, आंखों से कागज की दूरी कलम पकड़ने की विधि, शिसेरेखा, लिपि, अक्षर की सुडौलता और उपयुक्त नमूने, अभ्यास, सुलेख, अनुलेख श्रुतलेख
BTC Syllabus in Hindi | संस्कृत – 1st सेमेस्टर (प्रथम सेमेस्टर)
- आस-पास की वस्तुओं, पशु-पक्षियों के संस्कृत नाम की जानकारी। • संज्ञा, लिंग, एवं वचन की जानकारी।
- संज्ञा एवं सर्वनाम शब्दों के सभी विभक्तियों तथा वचनों का ज्ञान।
- धातु रूप के अन्तर्गत लट् एवं लंड, लकार का प्रयोग।
- संज्ञा एवं सर्वनाम शब्द के अनुरूप क्रिया के प्रथम, मध्यम एवं उत्तम पुरूषों का प्रयोग ।
- सरल संस्कृत वाक्यों का हिन्दी में अनुवाद। वन्दना एवं नीतिपरक वाक्यों का सस्वर वाचन
- श्लोकों तथा नीतिपरक वाक्यों का अर्थ ज्ञान ।
- एक से बीस तक की संस्कृत संख्याओं का ज्ञान।
- संभाव शिक्षण विचाएँ शिक्षक प्रशिक्षुओं को गेम, वीडियो क्लिप, ऑडियो क्लिप, करके सीखना उच्चारणाभ्यास, अनुकरण वाचन, सामूहिक कार्य, खेल, अभिनय, श्यामपट्ट चार्ट, मॉडल, चित्र शब्द कार्ड व पट्टिका के द्वारा गतिविधियों कराते हुए शिक्षण अधिगम सिखाना
BTC Syllabus in Hindi | कंप्यूटर – 1st सेमेस्टर (प्रथम सेमेस्टर)
- History & Development
- Chronology
- Generations
- Definition of a Computer System
- Types of a Computer System
- On basis of Data Representation (Analog, Digital & Hybrid)
- On basis of Size & Speed (Microcomputers (PC), Minicomputers, Mainframes & Super Computers)
- Uses & Application area of Computers
- Advantages & Limitations of Computers
- Components of a Computers System
- Hardware
- Input Devices (Keyboard, Mouse, Trackball, Stylus, Light pen etc.).
- Processing Devices
- C.P.U./Microprocessors
- Overview & Basic Concept
- Registers & Buses
- Processing Speeds (GHz etc.)
- Memory
- Overview & Basic Concept
- Capacity Terminology (Bits, Bytes, KBs MBs, GiBs, TBs clc.)
- Processing Speeds (Bps, Kbps, Mbps etc.)
- Types of Memory
- Primary (RAM, ROM, Cache)
- Secondary (HDDs, CDs, DVDs. PDs, Memory Cards Cc.)
- Output Devices (V.D.U Printer)
- Software Eygen Software Application Software)
- Introduction of os
- os: Functions, Uses & Benefits
- Types of OS (Single User, Multiuser, Multibsking, Multiprocessing. Real-Time etc)
- Introduction to different types of OS (Windows, Macintosh, Linux Ubunto-etc.) Using Microsoft’s Windows OS (Microsoft Windows XP)
- Welcome screen
- Desktop screen
- Concept of a Desktop
- Components of the Windows XP’s Desktop (Icons, Taskbar, Clock & Calendar etc.)
- Desktop’s settings (Wallpapers, Screen Savers etc.)
- Start Menu (Links, All Programs etc.)
- Files & Folders management Introduction to “My Computers
- Working with Windows Explorer (Parts of a window. Control buttons, Scrolling etc
- Working with Files & Folders (Creation, Deletion. Renaming, Coping, Moving Nesting etc.)
- System Management
- Turning ON & OFF your computer machine
- Control Panel
- Device (Printer, Fax, Mouse, Keyboard etc.) management • Program (Installation & Uninstallation) management
- Recycle Bin
- Working with Applications Software (Hand on practice over general applications)
- Calculator, Notepad, MS Paint, Games etc.
- Installing new software & using it
- Working with Multimedia
- Introduction & Basic Concept
- Uses & Application
- Using some Multimedia Application (Windows Media Player, Microsoft’s Encarta etc.) Uploading innovative teaching methods in different browsers
BTC Syllabus in Hindi | संगीत – 1st सेमेस्टर (प्रथम सेमेस्टर)
- संगीत के परिभाषिक शब्द-स्वर स्वरों के प्रकार, नाद, आरोह, अवरोह, पकड, आलाप, लय, लय के प्रकार आदि का ज्ञान।
- संगीत गायन में सहायक तालों का ज्ञान यथा तीनताल, झपताल, रूपकताल, कहरवा ताल. दादरा, एकताल व चारताल का परिचयात्मक ज्ञान।
- संगीत-वन्दना, भजन, स्थानीय लोकगीत, ऋतुओं एवं मौसम सम्बन्धी गीत, राष्ट्रीय एकता (देशगान राष्ट्रगान) सम्बन्धी गीतों का ज्ञान।
- भारतीय संगीतज्ञों का जीवन परिचय ।
- त्य / नाटक- लोकनृत्य, स्थानीय नृत्य, भावनृत्य, समसामयिक समस्याओं से, पाठयवस्तु से एवं देषभक्ति से सम्बन्धित नाटक करवाना।
UP D.EL.Ed Syllabus in Hindi | BTC Syllabus in Hindi – 2nd सेमेस्टर (द्वितीय सेमेस्टर)
2nd सेमेस्टर के सिलेबस को हम अलग अलग भाग में विभाजित करके समझने का प्रयास करेंगे।
BTC Syllabus in Hindi | प्रारंभिक शिक्षा – 2nd सेमेस्टर (द्वितीय सेमेस्टर)
प्रारम्भिक शिक्षा
- शिक्षा की संकल्पना अर्थ (प्राचीन तथा अर्वाचीन) एवं महत्व
- शिक्षा के उद्देष्य एवं वर्तमान भारत में शिक्षा के उद्देश्यों को प्रभावित करने वाले कारक
- शिक्षा के प्रकार औपचारिक शिक्षा, अनौपचारिक शिक्षा, दूरस्थ शिक्षा
- प्रारम्भिक शिक्षा की पृष्ठभूमि
- प्राचीन काल (गुरुकुल एवं बौद्धकालीन शिक्षा) मध्यकालीन शिक्षा (मुगलकालीन शिक्षा)
- आधुनिक शिक्षा (स्वतन्त्रता के पूर्व एवं पञ्चात)
- प्रमुख शैक्षिक विचारधाराएँ एवं विचारक
- आदर्शवाद
- प्रकृतिवाद
- प्रयोजनवाद
- भारतीय विचारक – विवेकानन्द, रविन्द्रनाथ टैगोर महात्मा गाँधी, राधाकृष्णन गिजुभाई का पाश्चात्य विचारक प्लेटो, रूसो, जॉन डीवी फ्रोबेल मारिया मॉन्टेसरी
शिक्षा और समाज
- शिक्षा और समाज का अन्तः सम्बन्ध
- शिक्षा के प्रभावी कारक परिवार, समाज, विद्यालय, राज्य एवं जनसंचार साधन
- शिक्षा और सामाजिक परिवर्तन सामाजिक परिवर्तन के कारक
- विद्यालय और समुदाय का सम्बन्ध – विद्यालय सामुदायिक केन्द्र के रूप में
- उभरते समाज के प्रमुख मुद्दे-
- शिक्षा का सार्वभौमीकरण एवं शैक्षिक अवसरों की समानता
- शिक्षा का व्यावसायीकरण एवं इस पर नियन्त्रण
- बचपन छीनता बालश्रम-निःशुल्क व अनिवार्य बाल शिक्षा में बाधक
- जनसंख्या शिक्षा अर्थ, आवश्यकता, महत्व एवं समयानुरूप मानव संसाधन का विकास
- जातिवाद अलगाववाद, साम्प्रदायिकता एवं इसके दुष्परिणाम सामाजिक / पारस्परिक सौहार्द समरसता वर्तमान आवश्यकता
- पर्यावरण प्रदूषण एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरुकता जलसंचयन-ऊर्जा एवं भूमि संरक्षण
- भूमण्डलीय ताप वृद्धि (ग्लोबल वार्मिंग) एवं जलवायु परिवर्तन
- भूमण्डलीकरण
- लैंगिक असमानता तथा उसका प्रभाव, शिक्षा द्वारा लैंगिक समानता के प्रति समझ
- संवेदनशीलता का विकास
- जनसंचार माध्यमों की बढ़ती भूमिका और समाज पर इनका बहुआयामी प्रभाव
- शिक्षा एवं मानवीय मूल्य
- मानवीय मूल्यों की शिक्षा अर्थ एक उद्देश्य मूल्यों के विकास में परिवार, समाज और
- विद्यालय की भूमिका राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय सद्भावना की शिक्षा .
- लोकतांत्रिक, वैज्ञानिक एवं तकनीकी दृष्टिकोण का विकास
BTC Syllabus in Hindi | प्रारंभिक शिक्षा के नवीन प्रयास – 2nd सेमेस्टर (द्वितीय सेमेस्टर)
CTET सिलेबस हिंदी में | CTET Syllabus 2023 in Hindi
- प्रारम्भिक पिक्षा के सार्वभौमीकरण हेतु संवैधानिक प्राविधान एवं प्रतिबद्धताएँ
- संविधान के अनुच्छेद 21 (ए), 29 (2) एवं 45 के अन्तर्गत शिक्षा सम्बन्धी संस्तुतियाँ।
- बच्चों के अधिकार (बाल अधिकार) ।
- निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल पिक्षा अधिकार अधिनियम 09 (RTE.09)|
- प्रारम्भिक षिक्षा के संदर्भ में गठित आयोग एवं समितियां
- स्वतंत्रता के पूर्व एवं पष्चात की संक्षिप्त जानकारी
- लार्ड मैकाले की पिक्षा नीति वुड़ का घोषणापत्र हण्टर आयोग ऑक्लैण्ड एवं कर्ज का योगदान
- कोठारी आयोग
- राष्ट्रीय पिक्षा नीति 1906 एवं प्रोग्राम ऑफ एक्धन 1992
- यशपाल समिति
- राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 (NCF 2005)
- लिक पिक्षा हेतु राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2009 (NCETE 2009)
- प्रारम्भिक पिता के विकास हेतु संचालित कार्यक्रम एवं परियोजनाएं (उ0प्र0 के संदर्भ में) विभिन्न
- ऑपरेशन ब्लैक बोर्ड परियोजना (08)
- सेवारत अध्यापकों का विस्तृत अभिविन्यास कार्यक्रम (P-MOST)
- प्राथमिक पिक्षकों का विषेष अनुस्थापन कार्यक्रम ( SOPT)
- बेसिक चिक्षा परियोजना (BEP)
- जिला प्राथमिक शिक्षा कार्यक्रम (द्वितीय एवं तृतीय) (DPEP)
- विद्यालय पिक्षा की तैयारी (स्कूल रेटीनेस) कार्यक्रम
- सम्पूर्ण साक्षरता अभियान
- सर्व पिक्षा अभियान
- NPEGEL नेषनल प्रोग्राम ऑफ एजूकेशन फॉर गर्ल्स एट एलीमेन्ट्री लेवल
- स्कूल चलो अभियान
- कस्तूरबा गाँधी आवासीय बालिका विद्यालय योजना
- ई०सी०सी०ई०] कार्यक्रम
- राष्ट्रीय बालश्रम परियोजना
- मध्याहन भोजन पोषाहार वितरण
- छात्रवृत्ति वितरण एवं अन्य प्रोत्साहन योजनाएं (निःषुल्क पाठ्यपुस्तक, गणवेष, बच्चों हेतु फर्नीचर
BTC Syllabus in Hindi | विज्ञान – 2nd सेमेस्टर (द्वितीय सेमेस्टर)
- पृथ्वी और आकाश सौर परिवार एवं तारा मण्डल, छाया एवं ग्रहण, आकाशीय पिण्ड, पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति के कारण तथा अन्य ग्रहों पर जीवन की संभावना, भारत में विश्व के अन्य देशों के प्रमुख अंतरिक्ष अभियान।
- मृदा तथा फसलें फसल चक्र, कृषि पद्धतियां तथा उसके उपकरण कीटनाशक प्रयोग पर्यावरण पर उसके दुष्प्रभाव मृदा अपरदन व संरक्षण (कृषि विधिया)।
- कार्य ऊर्जा कार्य तथा ऊर्जा का मापन व आवश्यकता, ऊर्जा के विभिन्न रूप यात्रिक रासायनिक ध्वनि, प्रकाश, विद्युत व आवेशीय ऊर्जा का अपव्यय व संरक्षण,
- ऊर्जा के विभिन्न स्रोत ऊर्जा के सीमित व असीमित स्रोत विकास एवं उपयोग जैसे सौर ऊर्जा के उपयोग सोलर कुकर, सौर सेल, जल उष्मक, पवन ऊर्जा के उपयोग पवन चक्की, प्यार भाटा आधारित ऊर्जा तथा नाभिकीय ऊर्जा, विभिन्न प्रकार की ऊर्जाओं का अन्तरूपान्तरण
- सरल मशीनें प्रकार (उत्तोलक, पेय पिरनी, झुका तल पहिया) दैनिक जीवन में उपयोग जीवों की संरचना कोशिका-उतक- अंग- अगतत्र-जीव कोशिका की खोज, संरचना, कोशिकाग उनके कार्य
- जीवन की क्रियायें पोषण, श्वसन, उत्सर्जन, संवेदनशीलता, प्रकाश संश्लेषण, वृद्धि व प्रजनन, पोत्सर्जन
- मानव शरीर के अंग एवं कार्य मानव कंकाल, पेशियां एवं पेशीय गतियाँ, दाँतों की संरचना, पाचन पत्र, परिसंचरण तंत्र
- भोजन, स्वास्थ्य एवं रोग भोजन के प्रमुख पोषक तत्व / प्रमुख घटक (प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइट्रेड
- विटामिन तथा मिनरल), संतुलित आहार, पोषक तत्वों की कमी से होने वाले रोग, परिवेशीय
- स्वच्छता एवं स्वास्थ्य संक्रामक रोग व उनकी रोकथाम टीकाकरण अभियान। का वर्गीकरण, परमाणु / परमाणवीय संरचना, संयोजकताः रासायनिक अभिक्रिया, रसायन की भाषा व रासायनिक सूत्र ।
- पास-पड़ोस में होने वाले परिवर्तनः नियमित व अनियमित तथा भौतिक व रासायनिक परिवर्तन इन परिवर्तनों में ऊर्जा, ऊष्मा का आदान प्रदान
- अम्ल, क्षार व लवण पहचान व विशिष्ट गुण)
- पर्यावरण प्रदूषण जल, वायु ध्वनि तथा मृदा प्रदूषण इसके कारण एवं प्रभाव। प्राकृतिक आपदाएं कारण उपाय एवं प्रबन्धन भिकंप, पान बाद, सखा आदि।
BTC Syllabus in Hindi | गणित – 2nd सेमेस्टर (द्वितीय सेमेस्टर)
- तीन अंकों तक की संख्याओं का ल०स० एवं म०स० (अभाज्य गुणनखण्ड एवं भागविधि)
- व्यंजक में प्रयुक्त जोड़ घटाना, गुणा, भाग के संकेतों तथा कोष्ठकों का सरलीकरण।
- प्राकृतिक, पूर्ण, पूर्णांक तथा परिमेय संख्याओं की अवधारणा ।
- पूर्ण संख्याओं पर संक्रियाओं (जोड़ घटाना, गुणा और भाग) के प्रगुण
- पूर्णांक तथा परिमेय संख्याओं पर गणितीय संक्रियाएं तथा इनके प्रतिलोम तथा तत्समक
- (योगात्मक तथा गुणात्मक) ।
- समीकरण तथा सर्वसमिका का अर्थ
- रेखीय समीकरण (एक घर में) का हल एवं इस पर आधारित प्रप्न ।
- व्यंजकों का गुणनफल तथा सर्वसमिकाएँ।
- क्षेत्रफल, आयतन और धारिता की संकल्पना तथा इकाई ।
- त्रिभुज, आयत एवं वर्ग का क्षेत्रफल ।
- अवर्गीकृत आकड़ों की बारम्बारता बंटन तथा आँकड़ों का आयत चित्र द्वारा प्रदर्शन एवं निष्कर्ष निकालना।
- सर्वांगसमता तथा समरूपता ।
- त्रिभुज के सन्दर्भ में सर्वागसमता की शर्तें
BTC Syllabus in Hindi | सामाजिक अध्ययन – 2nd सेमेस्टर (द्वितीय सेमेस्टर)
- भारतवर्ष में प्रथम साम्राज्य की स्थापना- मौर्यकाल, गुप्तकाल, वर्धनवंश |
- सामन्तवाद कालीन भारत-राजपूतों का उदय प्रमुख राजवंश एवं उनकी सामाजिक एवं सांस्कृतिक उपलब्धियाँ।
- दक्षिण भारत के प्रमुख राजवंश-चालुक्य, पल्लव, चोल, राष्ट्रकूट एवं उनकी सामाजिक एवं सांस्कृतिक उपलब्धियां ।
- अरब में इस्लाम धर्म का उदय, भारत में इसका आगमन व प्रभाव, तुर्क आक्रमण–मुहम्मद बिन कासिम, महमूद गजनवी, मोहम्मद गोरी के आक्रमण व उनका प्रभाव।
- सल्तनतकालीन भारत दिल्ली सल्तनतः स्थापना एवं सुदृढीकरण- दास या गुलामवंश, खिलजीवंश, तुगलक वंश दक्षिण में बहमनी व विजयनगर राज्य की स्थापना सल्तनत का विघटन-मंगोल आक्रमण व उसका प्रभाव-तैमूर व चंगेज खाँ, सैय्यद वंश व लोदी वंश
- सल्तनत कालीन उपलब्धियां- प्रशासनिक, सांस्कृतिक, कलात्मक साहित्यिक, आर्थिक,
- सल्तनतकालीन समाज, भक्ति आंदोलन व सूफीमत ।
- सूर्य, पृथ्वी, चन्द्रमा व प्राकृतिक शक्तियों का मानव जीवन पर प्रभाव, चन्द्रमा की कलाएं, चन्द्रग्रहण, सूर्यग्रहण ।
- पृथ्वी के प्रमुख परिमण्डल- स्थलमंडल, वायुमंडल, जलमंडल, जीवमण्डल ।
- स्थलमंडल- पृथ्वी की आंतरिक संरचना, शैल के प्रकार
- धरातल के रूप बदलने वाले कारक- आंतरिक, पटलविरूपणी बल, आकस्मिक बल (वलित पर्वत ज्वालामुखी पर्वत, भूकम्प, प्रकार एवं प्रभावित क्षेत्र)
- बाहुबल अनाक्षदान अपक्षय, अपरदन एवं इनसे बनने वाली भू-आकृतिया ।
- वायुमण्डल-संघटन एवं संरचना तापमान, वायुदाब, वायुदाबपेटियाँ, वायुमंडल की आता।
- प्रथम के प्रकार-स्थायी एवं अस्थायी (व्यापारिक, पछुआ पुवीय और मानसूनी) चक्रवात एवं प्रति चक्रवात।
- जलमण्डल समुद्र व उसकी गतियां समुद्री धारायें तथा उनका तटवर्ती क्षेत्रों ज्वार-भाटा।
- हमारा संविधान
- संविधान किसे कहते है ?
- संविधान के गठन की भूमिका
- संविधान का गठन।
- संविधान की प्रस्तावना एवं विशेषताएँ
- नागरिकता
- मौलिक अधिकार, मौलिक कर्तव्य
- नीति निदेशक तत्व
- उपभोक्ता जागरूकता उपभोक्ता शोषण के प्रकार, उपभोक्ताओं के अधिकार और कर्तव्य उपभोक्ता सुरक्षा के उपाय।
- भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि का योगदान- भारतीय कृषि की प्रमुख विशेषताएं व महत्व, भारतीय कृषि में उत्पादकता, हरित क्रांति व इसका प्रभाव आर्थिक विकास, कृषि विकास हेतु सरकार द्वारा अपनाए गये उपाय भारतीय कृषिनीति ।
- मुद्रा :- मुद्रा का अर्थ एवं प्रकार, सीखे मुदा, चेक, बैंक ड्राफ्ट, प्रतिज्ञा पत्र हुण्डी, प्रेशम का नियम, मुद्रा स्फीति, मुद्रा अपस्फीति, मुद्रा संकुचन, मुद्रा का अवमूल्यन अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में भारतीय रुपये का मूल्य, भारत की मौद्रिक नीति
- भारत का औद्योगिक विकास, प्रमुख उद्योग-लघु उद्योग, कुटीर उद्योग, भारत की नई औद्योगिक नीति, बहुराष्ट्रीय कम्पनियां ।
BTC Syllabus in Hindi | हिंदी – 2nd सेमेस्टर (द्वितीय सेमेस्टर)
- कहानी, लोककथा, रोचक प्रसंगों को ध्यानपूर्वक सुनना व याद करना।
- परिवेशीय विषयों, सामाजिक घटनाओं, स्व अनुभवों पर चर्चा।
- गद्य व पद्य के अंशों को शुद्ध उच्चारण, लय एवं उतार-चढ़ाव के साथ पढ़ना, बोलना।
- स्वतंत्र (मौखिक एवं लिखित) अभिव्यक्ति ।
- स्तरानुसार गद्य-पद्य में शब्दों, वाक्यांशों विराम चिन्हों एवं समान ध्वनियों को समझना . उपसर्ग, प्रत्यय, सामासिक पदों की पहचान व प्रयोग।
- संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया विशेषण, वचन, लिंग तथा काल को पहचानना ।
- पाठ्यवस्तु का मौन वाचन करते हुए उसमें निहित विचारों, भावों एवं तथ्यों को समझना।
- शिक्षक के निर्देशानुसार छोटे-छोटे वाक्य लिखना ।
- औपचारिक अनौपचारिक पत्र लिखना ।
- परिचित विषयों पर मौलिक रूप से लिखना ।
BTC Syllabus in Hindi | अंग्रेजी – 2nd सेमेस्टर (द्वितीय सेमेस्टर)
- Project/Sessional Work Collection of small stories (at least 4).
- Collection of jokes and riddles
- Action-research: Take one situation and prepare a story and then discuss about the grammar details of English Language incorporated into it and any one of the burning topics/problems
- Preparation of TLM
- Prepare Picture Charts on: Noun Pronoun Verb Adjectives/ Article and other Determiners of Noun
- Look at the picture and complete sentences using correct form of Noun, Vert, and Article etc..
- Prepare flow chart of sound symbols..
- Framing of questions according to a given situation.
- Collection of poems (at least 4) with their thythm and intonation
- Preparation of TLM
- Prepare flash cards on any of the following topics-
- Alphabet
- Number names
- Birds
- Animale
- Flowers
- People with different occupations
- Prepare audio TLM (DVD etc); for eg: Animal sounds along with the description in simple sentences incorporating animal cries, names, the homes and babies. Example: Roar Lion-Ben-Cub
- Prepare Picture Crosswords on
- Birds
- Animals
- People with different options
- Different Fruits
UP D.EL.Ed Syllabus in Hindi | BTC Syllabus in Hindi – 3rd सेमेस्टर (तृतीय सेमेस्टर)
तृतीय सेमस्टर को निम्नलिखित विषयो में विभाजित किया गया है।
BTC Syllabus in Hindi | शेक्षिक मूल्यांकन, नवाचार तथा क्रियात्मक शोध – 3rd सेमेस्टर (तृतीय सेमेस्टर)
- संज्ञानात्मक
- ज्ञान,
- बोध,
- अनुप्रयोग या व्यवहारिकता,
- विश्लेषण,
- संश्लेषण एवं
- मूल्यांकन
- भावात्मक
- ग्रहण करना था ध्यान देना,
- अनुक्रिया करना मूल्य आंकना,
- संगठन,
- मूल्य द्वारा विशिष्टीकरण
- सामाजिक कौशल
- यान्त्रिक कौशल
- गणितीय कौशल
- व्यवहारात्मक
- भाषायी कौशल
- उत्तेजना
- क्रियान्वयन
- नियंत्रण।
- समायोजन
- स्वाभावीकरण
- मूल्यांकन के प्रकार
- मौखिक परीक्षा
- लिखित परीक्षा
- साक्षात्कार / निरीक्षण / अवलोकन / प्रायोगिक
- रचनात्मक मूल्यांकन (Formulative Evaluation)
- आंकलित मूल्यांकन (Summative Evaluation)
- उत्तम परीक्षण /
- मूल्यांकन की विशेषताएं,
- शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन का संबंध
- प्रश्न-पत्र निर्माण प्रक्रिया योजना निर्माण, ब्लूप्रिन्ट, सम्पादन तथा अंक निर्धारण ।
- प्रश्नों के प्रकार (वस्तुनिष्ठ, अतिलघुउत्तरीय लघुत्तरीय, दीर्घउत्तरीय)
- शैक्षिक उद्देश्यों के अनुसार प्रश्नों के पक्ष (ज्ञान, बोध, अनुप्रयोग, कौशल) मूल्यांकन अभिलेखीकरण (संज्ञानात्मक तथा संज्ञान सहगामी पक्ष) सतत् मासिक, अर्द्धवार्षिक
- एवं वार्षिक मूल्यांकन पुन
- निदानात्मक परीक्षण एवं उपचारात्मक शिक्षण
- क्रियात्मक शोध
- शोध का अर्थ, प्रकार, उद्देश्य आवश्यकता एवं महत्त्व
- क्रियात्मक शोध के क्षेत्र
- क्रियात्मक शोध के चरण एवं प्रारूप निर्माण।
- क्रियात्मक शोध उपकरण निर्माण।
- का सम्पादन/ अभिलेखीकरण
BTC Syllabus in Hindi | समावेशी शिक्षा एवं विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों की शिक्षा, निर्देशन एवं परामर्श – 3rd Semester (तृतीय सेमेस्टर)
खण्ड ‘अ’ विषिष्ट आवश्यकता वाले बच्चे
- शैक्षिक समावेशन से अभिप्राय, पहचान, प्रकार, निराकरण यथा अपबंचित वर्ग, धर्म जाति, क्षेत्र, वर्ण, लिंग, शारीरिक दक्षता
- (दृष्टिबाधित, श्रवणबाधित एवं बाक / अस्थिबाधित) मानसिक दक्षता।
- समावेशन के लिए आवश्यक उपकरण, सामग्री, विधियाँ: टी०एल०एम० एवं अभिवृत्तियाँ
- समावेशित बच्चों का अधिगम जाँचने हेतु आवश्यक टूल्स एवं तकनीकी समावेशित बच्चों के लिए विषेष षिक्षण विधियों यथा-प्रेललिपि आदि।
खण्ड ब निर्देशन एवं परामर्ष
- समावेशी बच्चों हेतु निर्देशन एवं परामर्ष अर्थ, उद्देष्य प्रकार विधियाँ, आवश्यकता एवं क्षेत्र
- परामर्ष में सहयोग देने वाले विभाग / संस्थाएँ
- मनोविज्ञानपाला, उ०प्र०, इलाहाबाद
- मण्डलीय मनोविज्ञान केन्द्र (मण्डल स्तर पर )
- जिला चिकित्सालय
- जिला षिक्षा एवं प्रषिक्षण संस्थान में प्रचिक्षत डायट मेण्टर
- पर्यवेक्षण एवं निरीक्षण तन्त्र
- समुदाय एवं विद्यालय की सहयोगी समितियाँ
- सरकारी एवं गैर सरकारी संगठन
- बालअधिगम में निर्देशन एवं परामर्ष का महत्व
BTC Syllabus in Hindi | विज्ञान – 3rd Semester (तृतीय सेमेस्टर)
- दैनिक जीवन में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (परिवहन, चिकित्सा, जनसंचार, मनोरंजन, उद्योग, कृषि मत्स्य पालन, कुक्कुट पालन, आधुनिक ईपन, दूरस्थ शिक्षा)। मानव समाज को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से लाभ व हानियां।
- दाब तथा वैज्ञानिक यंत्र ।
- जीव जन्तुओं के वाह्य एवं आंतरिक अंगों के कार्यों में विविधता ।
- सूक्ष्य जीवों की दुनिया संरचना तथा उपयोगिता, सूक्ष्म जीव दोस्त या दुश्मन। भोज्य पदार्थो का परिरक्षण।
- प्राकृतिक सम्पदा का संरक्षण एवं ब्रह्माण्ड जीवों का विलुप्तीकरण।
- कार्बन एवं उसके यौगिक।
- संक्रामक रोग / अनियमित जीवन शैली से उत्पन्न रोग (मधुमेह, उच्च रक्तचाप, दिल की बीमारिया) कारण, निदान व उपचार।
- पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधन, जलीय पौधों एवं जानवरों का प्राकृतिक वास, मरूदभिद पौधों एवं जानवरों का प्राकृतिक वास पर्यावरण असंतुलन में मानव का हस्तक्षेप, वन्य जीव जन्तुओं का संरक्षण कार्यक्रम, ग्रीन हाउस गैसीय प्रभाव, ओजोन-क्षरण, धरती का बढ़ता तापमान ।
- ऊष्मा, प्रकाश एवं ध्वनि : ऊष्मा का मापन, संचरण व संवहन प्रकाश स्रोत एवं संचरण, प्रकाश का परावर्तन व अपवर्तन, गोलीय, अवतल व उत्तल दपर्ण द्वारा प्रतिबिम्ब का बनना। ध्वनि संचरण, आवृत्ति व आवर्तकाल
BTC Syllabus in Hindi | गणित – 3rd Semester (तृतीय सेमेस्टर)
- अनुपात, समानुपात, अनुलोम एवं प्रतिलोम समानुपात का अर्थ ।
- समानुपाती राषियों में बाह्य पदों एवं मध्य पदों के गुणनफल में सम्बन
- घातांक की अवधारणा
- सरल ब्याज, सूत्र तथा चक्रवृद्धि मिश्रवन का सूत्र एवं अनुप्रयोग। • बैंक की जानकारी, बैंक में खाता खोलना तथा खातों के प्रकार ।
- लघुगुणक की जानकारी, घातांक से लघुगुणक तथा इसका विलोम ।
- शेयर, लाभाष
- समुच्चय की संकल्पना, लिखने की विधियों, समुच्चय के प्रकार (सीमित, असीमित, एकल, रिक्त)
- समुच्चयों का संघ, अन्तर तथा सर्वनिष्ठ समुच्चय ज्ञात करना।
- चर राशियो का गुणनखण्ड, दो वर्गों के अन्तर के रूप के व्यंजकों का गुणनखण्ड, द्विघातीय, त्रिपदीय व्यंजकों का गुणनखण्ड।
- बीजगणितीय व्यंजकों में एकपदीय तथा द्विपदीय व्यंजकों से भाग
- अवर्गीकृत आकड़ों के माध्य
- आयतन एवं धारिता की संकल्पना तथा इकाइयाँ
- घन, घनाभ की अवधारणा तथा इनका आयतन एवं सम्पूर्ण पृष्ठ ।
- वृत्तखण्ड एवं त्रिज्या खण्ड की अवधारणा • वृत्तखण्ड का कोण
- वृत्त के चाप द्वारा वृत्त के केन्द्र तथा परिधि पर बने कोणों का सम्बोध एवं इनका परस्परिक सम्बन्ध ।
- वृत्त की छेदक रेखा, स्पर्ष रेखा तथा पर्व बिन्दु की अवधारणा
- वृत्त पर दिये हुये बिन्दु से स्पर्ष रेखा खींचना।
BTC Syllabus in Hindi | सामाजिक अध्ययन – 3rd Semester (तृतीय सेमेस्टर)
- भारत में मुगल साम्राज्य- बाबर, हुमायूँ व उसकी स्वदेश को पुनः वापसी शेरशाह का उदय, अकबर, जहाँगीर, औरंगजेब व मुगल साम्राज्य का पतन
- मुगलों का प्रशासनिक सामाजिक, सांस्कृतिक, कलात्मक एवं आर्थिक क्षेत्र में योगदान। मराठा शक्ति का अभ्युदय शिवाजी, अठ्ठारहवीं शताब्दी में भारत की स्थिति ।
- भारत में यूरोपीय शक्तियों का प्रवेश एवं ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना, पुर्तगाली, अंग्रेज फ्रांसीसी
- भारत की सत्ता के लिए यूरोपीय शक्तियों में संघर्ष-प्रथम, द्वितीय व तृतीय कर्नाटक युद्ध, डप्ले की नीति प्लासी का युद्ध, बक्सर का युद्ध. इलाहाबाद की संधि
- भारत में अंग्रेजी साम्राज्य की स्थापना राबर्ट क्लाइव, वारेन हेस्टिंग्ज, लार्ड कार्नवालिस लार्ड वेलेजली, लार्ड विलियम बेटिक, लार्ड डलहौजी।
- जीव मण्डल- प्राकृतिक प्रदेश एवं जनजीवन (शीत कटिबन्धीय प्रदेश, उष्ण कटिबन्धीय प्रदेश, शीतोष्ण कटिबन्धीय प्रदेश, जलवायु वनस्पति, जीवजन्तु मानव जीवन), उद्योग धंधे ।
- भूखण्डों का विभाजन – एशिया, यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, अफ्रीका, आस्ट्रेलियातथा अटार्कटिका सामान्य परिचय, जनसंख्या का विस्तार एवं घटक ।
- विश्व में प्राकृतिक संसाधन, यातायात तथा संचार के साधन, खनिज सम्पदा ।
- मनुष्य की आवश्यकता तथा उसकी पूर्ति हेतु प्रयत्न की दिशा में प्राकृतिक सम्पदा का उपयोग एवं संरक्षण
- हमारा भारत प्राकृतिक एवं राजनैतिक इकाईयां हमारी प्राकृतिक सम्पदा और उनका सदुपयोग
- हमारी खनिज सम्पदा, शक्ति के साधन, कृषि और सिंचाई, आयात-निर्यात |
- सरकार के अंग-शक्ति का पृथक्करण, शक्तियों का बंटवारा केन्द्र सूची, राज्य सूची, समवर्ती सूची के प्रमुख विषय
- लोकसभा सदस्यों की योग्यताएं, कार्यकाल, पदाधिकारी, अधिवेशन व कार्य।
- राज्यसभा सदस्यों की योग्यताएं, कार्यकाल पदाधिकारी, अधिवेशन व कार्य
- राष्ट्रपति चुनाव कार्यकाल, महाभियोग, शक्तियाँ मंत्रिमंडल
- कानून बनाने की प्रक्रिया-साधारण बहुमत, विशेष बहुमत
- कार्यपालिका प्रधानमंत्री व मंत्रिपरिषद चुनाव कार्य संसदका मंत्रिपरिषद पर नियन्तरण
- न्यायपालिका न्यायालय के प्रकार-
- जनपद स्तरीय न्यायालय
- उच्च न्यायालय
- उच्चतम न्यायालय
- न्यायाधीशों की योग्यताएं,
- कार्यकाल उच्चतम न्यायालय के अधिकार लोक अदालत
- जनहित याद
- भारतीय वित्त व्यवस्था व बजट-कर व उसके प्रकार केन्द्र व राज्यों के मध्य करों का बंटवारा, केन्द्र सरकार की आय-व्यय के स्रोत, राज्य सरकार की आय-व्यय की मदे, सरकार द्वारा शिक्षा के दृष्टिकोण से बजट-2013-14 में रखे गये बिन्दु।
- पंचवर्षीय योजनाएं-क्या, पिछली 11वीं पंचवर्षीय योजनाओं के मुख्य बिन्दु वर्तमान में 12 पंचवर्षीय योजना-विशेषकार शिक्षा के दृष्टिकोण से
- भारतीय आधुनिक बैंकिंग व्यवस्था बैंक व उनके प्रकार भारतय रिजर्व बैंक, स्टेट बैंक, भूमि विकास बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, नाबार्ड, ई-बैंकिंग, बैंको का राष्ट्रीयकरण व निजीकरण, आधुनिक अर्थव्यवस्था में बैंकों का महत्व
BTC Syllabus in Hindi | हिंदी – 3rd Semester (तृतीय सेमेस्टर)
- पाठ्यपुस्तक में आये प्रमुख कवियों और लेखकों का सामान्य परिचय।
- श्रुत सामग्री में प्रयुक्त शब्दों, मुहावरों, लोकोक्तियों का प्रसंगानुकूल प्रयोग
- राष्ट्रीय पर्वों, मेला, त्योहार जैसे विषयों पर अपने शब्दों में गद्य अथवा पद्य में स्वतंत्र लेखन।
- कर्ता कर्म के अनुसार क्रिया में परिवर्तन, तत्सम तद्भव देशज रूपों का परिचय, सरल संयुक्त जय मिश्रित वाक्य वाक्यांश के लिए एक शब्द का प्रयोग।
- पाठ्यपुस्तक के अतिरिक्त अन्य पाठ्यवस्तु को पढ़कर समझना।
- औपचारिक एवं अनौपचारिक परिस्थितियों के अनुरूप उपयुक्त भाषा का प्रयोग करना।
- अधिगम प्रतिफल का मूल्यांकन, शिक्षण प्रक्रिया एवं बच्चों के क्रियाकलापों के साथ प्रथम दो कक्षाओं में मौलिक और प्रेक्षात्मक मूल्यांकन तथा कक्षा 3 से आगे की कक्षाओं में अन्य तकनीकों के पूरकरूप में लिखित परीक्षा का संचालन।
BTC Syllabus in Hindi | संस्कृत – 3rd Semester (तृतीय सेमेस्टर)
- संस्कृत वर्णपरिचय व उनके ध्वनि उच्चारण स्थान को ज्ञान।
- सन्धि प्रकरण प्रकार, सूत्र, नियम निर्देश सहित सन्धि विग्रह एवं सन्धि करने का ज्ञान।
- समास प्रकरण अव्ययीभाव तत्पुरुष, कर्मधारय, द्विगु बहुब्रीहि व द्वन्द्व समास का ज्ञान शब्द रूप शब्द प्रकार, वचन व विभक्तियों का ज्ञान –
- धातुरूप लट्, लोट्, लड़, विधिलिङ् व लृट्लकार का पुरुष व वचन सहित ज्ञान। कारक विभक्ति एवं चिह्न का ज्ञान।
- सुभाषित श्लोकों का सस्वर पाठ व अनुकरण वाचन।
- पाठ्यपुस्तक के अंशों का सुलेख, अनुलेख, श्रुतलेख एवं सरल अनुवाद।
- संवाद पाठों पर आधारित संस्कृत में छोटे-छोटे वाक्यों की रचना करने का ज्ञान।
- हिन्दी वाक्यों का संस्कृत में अनुवाद।
- उपसर्ग प्रत्यय एवं वाच्य परिवर्तन का ज्ञान।
- एक से पचास तक संस्कृत संख्याओं का ज्ञान।
- संभाव्य शिक्षण विधाएँ शिक्षक प्रशिक्षण में क्रियाकलाप आधारित शिक्षण अधिगम का ज्ञान, मॉडल, गेम, वीडियो क्लिप, ऑडियो क्लिप, प्रयोग तैयार करके, श्यामपट्ट कार्य के द्वारा शब्द पट्टिका, चार्ट, कठिन शब्दों के चार्ट व उच्चारणाभ्यास के के द्वारा अभिनय व प्रश्नोत्तर, प्रशिक्षक-शिक्षक सहभागिता आदि के द्वारा प्रभावी शिक्षण के सम्भव है।
BTC Syllabus in Hindi | =उर्दू – 3rd Semester (तृतीय सेमेस्टर)
مرحلہ (سوم)
اردو زبان کی اہمیت سے واقفیت حاصل کرکے بچوں میں وہیں پیدا کرنا۔
اردو زبان سے متعلق صلاحیتوں (سناء بودن ، پڑھا لکھا میں خود سیاست حاصل
کرنا اور بچوں کو بھی اس سے واقف کرانا۔
است و زبان کے طریقہ تعلیم اس کے محاسبہ اور تجزیہ کے طریقوں سے متعارف ہوتا۔
نظریات حصہ
مید زبان کی ہیت ۔ ه پروستانی تہذیب کی ترقی وانشو نما میں اردو زبان کی خدمات –
قوی وانسانی قدروں کی ترقی میں اردو زبان کی خدمات منظر یہ ذیل عنوانات سے متعلق درجہ میں تدریس اور تخریہ
اردو ادب کی تاریخ
تدایی متر – مقصد و اہمیت – تدریس مشر کی مشق – کہاں و ڈراموں کے اسی پر خاصی
توجہ دینے کی ضرورت
ه تدریس نظم۔ مقصد و اہمیت طلباء کو اوزان والے استعار اور آزاد نظم سے متعارف کرایا
اور ان میں شعر فہمی کا شعور بڑھانا ۔
زبان لیاقت میں اضافہ کرنا ۔ تقریر مکانہ بحث و یافتہ بیت بازی اور مشاعرے کا
اہتمام کرنا
مرحلہ وار افعال
و ماموں نہیں ، خطوط تر ہی کہانی مجموعہ محاوروں کا حملوں میں استعمال
و اسے دوا تک اعداد کا عظیم
مورد نظر النظم و تو لیں تو اللہ کے ہر مری اور با عراقی علم معمر با سیری تیار کرنا ۔
BTC Syllabus in Hindi | कंप्यूटर शिक्षा – 3rd Semester (तृतीय सेमेस्टर)
- I.C.T. (Information & Communication Technology)
- Introduction to ICT
- Introduction & Basic Concepts
- Application & Benefits of ICF in education
- Scope of ICT in education
- I.C.T. in Education & Studies
- For Teachers
- Use of ICT for knowledge enhancement
- Accessing Internet
- Using Websites (Wikipedia, open digital educational resources etc.)
- Using Search engines Communicating with Experts
- Accessing CD-ROMs & DVDs
- Using digital content
- Accessing digital content
- Using eBooks
- Using eTutorials & training videos (YouTube etc.)
- Use of ICT for education delivery
- SMART CLASSES and Digital Blackboard
- Creating & using Slide-Presentations with Projectors
- Educational A-Vs (Audio-Videos) Modules (Animated or Non-Animated or both)
- Using online elabs, eLibraries & eMuseum in classes
- Delivering Distance Education through Digital/Online services ODL mode
- EDUSAT
- Classes through Teleconferencing & Video conferencing
- Prasar Bharti’s education services
- Radio Service (‘Gyanvani’ Radio Station)
- Television Service (DoorDarshan’s ‘GyanDarshan’ Chanel
- Query handling through Chat applications & Email
- eTutions through Online Web-Portals Moocs, DER etc.
For Students
- Use of ICT for knowledge enhancement
- Developing eContent through Internet
- Digital Project Development
- Accessing education through Radio and TV services
- Doubt clearing through online chats with experts
- Online Tests through Exam Web Portals (MeritNation.com etc.)
- eTutions
- Accessing various competitive Exams information online
- Job Search & Enquiries through Job Portals (Naukri.com, Monster.com etc.)
UP D.EL.Ed Syllabus in Hindi | BTC Syllabus in Hindi – 4rth Semester (चतुर्थ सेमेस्टर)
चतुर्थ सेमेस्टर के सिलेबस को निम्नलिखित भागो में विभाजित किया गया है।
BTC Syllabus in Hindi | आरंभिक स्तर पर भाषा एवं गणित के पठन – लेखन तथा संख्यापूर्ण क्षमताओं का विकास – 4rth Semester (चतुर्थ सेमेस्टर)
- पठन और लेखन का अर्थ एवं महत्व
- उद्देश्य।
- उपयोगिता
- वर्ण, शब्द, वाक्य |
- ध्वनि का अध्ययन।
- स्वरो व्यजनों तथा बाजन समूहों को सुनकर समझना।
- दिये गये निर्देश, सन्देश, सुनाये गये वर्णन, कविता, कहानियों, लोकगीतों आदि में निहित भावो तथा विचारों को सुनकर समझना।
- हिन्दी / अंग्रेजी की सभी ध्वनियों, स्वरों, व्यंजनों का शुद्ध उच्चारण।
- लिपि की सभी ध्वनियों के लिपि संकेतों को पहचानकर शुद्ध रूप में पढ़ना।
- पूर्णविराम, अर्द्धविराम, प्रश्नवाचक तथा विस्मय सूचक चिह्नों को पहचानते हुए एवं विषयवस्तु को अर्थ ग्रहण करते हुए पढ़ना ।।
- विलोम, समानार्थी तुकान्त, अतुकान्त तथा समान ध्वनियों वाले शब्दों को पहचानना एवं पढ़ना।
- लिपि संकेतों, स्वर, व्यंजन मात्राएँ, संयुक्त वर्णों को सुडौल तथा आकर्षक रूप में लिखना
- अनुनासिक ध्वनियों के लिपि संकेतों को शुद्धता के साथ लिखना ।
- संख्यापूर्व तैयारी एवं सम्बोध
- 1 से 9 तक की संख्याओं को वस्तुचित्रों की सहायता से गिनना, पढ़ना लिखना।
- संख्याओं को क्रमबद्ध करना।
- गणितीय संक्रियायें जोड़ना, घटाना एवं शून्य का ज्ञान।
- इकाई दहाई तथा सैकड़े का ज्ञान।
BTC Syllabus in Hindi | शेक्षिक प्रबन्धन एवं प्रशासन – 4rth Semester (चतुर्थ सेमेस्टर)
- संस्थागत नियोजन एवं प्रबन्धन का अर्थ, आवश्यकता एवं महत्व।
- विद्यालय प्रबन्धन का अर्थ, आवष्यकता एवं महत्व
- विद्यालय प्रबन्धन के क्षेत्र-
- भौतिक संसाधनों का प्रबन्धन (विद्यालय भवन, फर्नीचर, शैक्षिक उपकरण, साज-सज्जा, पेयजल,शौचालय) ।
- मानवीय संसाधनों का प्रबंधन
- शिक्षक
- बच्चे
- समुदाय (ग्राम षिक्षा समिति, विद्यालय प्रबंधन समिति, शिक्षक अभिभावक संघ मातृषिक्षक संघ, महिला प्रेरक दल)
- वित्तीय प्रबन्धन (विद्यालय अनुदान, टी०एल०एम० ग्रान्ट, विद्यालय को समुदाय से प्राप्त धन विद्यालय की सम्पत्ति से अर्जित धन, ग्राम पंचायत निधि से / जनप्रतिनिधियों से प्राप्त अनुदान)।
- शैक्षिक प्रबन्धन (कक्षा-कक्ष प्रबन्धन, षिक्षण अधिगम सामग्री प्रबन्धन लर्निंग कार्नर एवं पुस्तकालय प्रबन्धन, पाठ्यपुस्तकें, कार्यपुस्तिकाएं, मिक्षक संदर्षिकाएँ, शब्दकोष का प्रयोग एवं प्रबन्धन)।
- समय प्रबन्धन (समय सारिणी का निर्माण व प्रयोग)।
- एक या दो अध्यापकों वाले विद्यालयों हेतु समय-सारिणी।
- तीन या चार अध्यापको वाले विद्यालयों हेतु समय-सारिणी।
- पक वाले विद्यालय हेतु समय सारिणी।
- पाठ्य सहगामी क्रियाकलापों का प्रबंधन खेलकूद, शैक्षिक कार्यक्रम (वाद-विवाद, निबन्ध आदि), सांस्कृतिक कार्यक्रम राष्ट्रीय पर्व, शैक्षिक भ्रमण, बागवानी, सत्रात समारोह) ।
- सूचनाओं एवं अभिलेखों का प्रबंधन
BTC Syllabus in Hindi | विज्ञान – 4rth Semester (चतुर्थ सेमेस्टर)
- जैव विकास, पारिस्थितिकीय तंत्र व उसके घटक (जैविक व अजैविक घटक), जैविक घटकों में खाद्य श्रृंखला, खाद्य जाल, पारिस्थितिकीय पिरामिड
- खनिज एवं धातु अयस्क, धातु का निष्कर्षण, धातु तथा अधातु में अन्तर ।
- आवर्तसारिणी की सामान्य जानकारी विद्युत ऋणात्मकता।
- स्थिर विद्युत आवेश-प्रकार, आवेश के सुचालक व कुचालक । विद्युत धारा व इसके उपयोग।
- चुम्बकत्व – चुम्बक के गुण, उपयोग, पृथ्वी का चुम्बकीय बाथहार, विद्युत चुम्बक।
- रक्त की संरचना, रक्त वर्ग, रक्त बैंक, रक्त के आदान-प्रदान में सावधानियाँ।
- रक्त पीड़ित सामान्य रोगों की जानकारियां।
- एड्स व हेपेटाइटिस-बी की सामान्य जानकारी, कारण लक्षण व बचाव के उपायों से अवगत कराना।
- सुरक्षा एवं प्राथमिक उपचार।
BTC Syllabus in Hindi | गणित – 4rth Semester (चतुर्थ सेमेस्टर)
- करणी, करणीगत राषि करणी चिन्ह तथा करणी का घातांक ।
- वर्ग, वर्गमूल, घन, घनमूल की अवधारणा
- किसी संख्या का वर्गमूल तथा दषमलव संख्या का वर्गमूल ज्ञात करना ।
- पूर्ण घन संख्याओं तथा पूर्ण घन दषमलव संख्याओं का घनमूल ।
- किसी सिक्के के उछालने पर चित या पट के ऊपर पड़ने की सम्भावना का सम्बोध • किसी पासे को उछालने पर किसी एक फलक के ऊपर आने की संभावना।
- दो या तीन सिक्कों को एक साथ फेंकने का प्रयोग।
- दो पासों को एक साथ फेंकने का प्रयोग ।
- सम्भावनाओं का दैनिक जीवन से सम्बन्ध ।
- अवर्गीकृत आँकड़ों की माध्यिका एवं बहुलक की गणना।
- त्रिकोणमितीय अनुपातों की अवधारणा तथा 0° 30°, 45, 60° तथा 90° के कोणों के त्रिकोणमितीय अनुपात ज्ञात करना।
- लम्बवृत्तीय बेलन तथा लम्बवृत्तीय शंकु की अवधारणा तथा इनका आयतन एवं सम्पूर्ण पृष्ठ ।
- वर्ग समीकरण, x* के रूप वाले समीकरण का हल ax 2 + bx + c =0 का हल (गुणनखण्ड में)
- दो अज्ञात राषि वाले रेखीय समीकरण (युगपत् समीकरण)
- समलम्ब का क्षेत्रफल
- वृत्त की परिधि एवं व्यास में सम्बन्ध
- वृत्त का क्षेत्रफल
- चतुर्भुज का अर्थ, इसके विकर्ण, सलग्न भुजाएं सम्मुख भुजायें, सम्मुख तथा बाहय कोणों का प्रयोगिक सत्यापन
- चक्रीय चतुर्भुज तथा चक्रीय बिंदु की अवधारणा
BTC Syllabus in Hindi | सामाजिक अध्ययन – 4rth Semester (चतुर्थ सेमेस्टर)
- 1857 का प्रथम स्वाधीनता संग्राम तथा स्वतंत्रता प्राप्ति हेतु प्रयास।
- धार्मिक तथा समाज सुधार आन्दोलन- ब्रह्म समाज, प्रार्थना समाज, आर्य समाज, रामकृष्ण
- मिशन, थियोसोफिकल सोसाइटी, मुस्लिम धार्मिक आंदोलन (सर सैय्यद अहमद खाँ) ।
- भारत का राष्ट्रीय आंदोलन इंडियन नेशनल कांग्रेस का जन्म, बंगभंग, रौलट एक्ट, जलियाँवाला बाग हत्याकांड, खिलाफत आंदोलन, असहयोग आंदोलन, चौरी-चौरा काण्ड,काकोरी काण्ड, स्वराज्य दल, साइमन कमीशन, बारदौली सत्याग्रह, नेहरू रिपोर्ट।
- पूर्ण स्वतंत्रता की मांग जिन्ना की चौदह शर्तें सविनय अवज्ञा आंदोलन, प्रथम गोलमेज सम्मेलन, गांधी इरविन समझौता, द्वितीय गोलमेज सम्मेलन, पूना पैक्ट, भारत छोड़ो आन्दोलन तथा स्वतंत्रता की प्राप्ति ।
- भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के प्रमुख उदार एवं उग्र राष्ट्रवादी नेताओं का योगदान-महात्मा गाँधी, जवाहर लाल नेहरू, गोपाल कृष्ण गोखले, दादाभाई नौरोजी, सुभाष चन्द्र बोस, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय ।
- जलवायु एवं मौसम में अन्तर एवं जलवायु को प्रभावित करने वाले तत्व ।
- भारत के प्राकृतिक प्रदेश बनावट, जनजीवन, कृषि, उद्योग-धंधे, प्रमुख राज्य व नगर
- उत्तर प्रदेश के प्राकृतिक प्रदेश- विस्तार प्रमुख नगर, जनजीवन, उत्तर प्रदेश की अनुसूचित
- जातियां एवं जनजातियां ।
- उत्तर प्रदेश की खनिज सम्पदा, शक्ति के साधन, कृषि और सिंचाई।
- उत्तर प्रदेश के प्रमुख आयात-निर्यात एवं उसका हमारी अर्थव्यवथा पर प्रभाव। उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत पुरातात्विक विरासत, कलाएं. मेले व त्यौहार, तीर्थस्थान,विक्षत का संरक्षण ।
- पर्यावर प्रदूषण-अर्थ, प्रकार व रोकथाम।
- संयुक्त राष्ट्रसंघ गठन, अंग, कार्य
- जनगणना।
- नागरिक सुरक्षा।
- सरकार की विभिन्न जनहित योजनाएं भारत एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वर्तमान में चलायी जा रही स्वरोजगार योजनाएं।
- गैर सरकारी संगठन (एनजी०ओ०)।
- विविधता में एकता, राष्ट्रीय एकता के प्रतीक।
- आतंकवाद, साप्रदायिकता तथा जातिवाद अनुसूचित जाति एवं जनजातियों के संरक्षण हेतु संवैधानिक प्राविधान भारत के शान्ति प्रयास-गुट निरपेक्षता की नीति पंचशील के सिद्धान्त संयुक्त राष्ट्रसंघ के माध्यम से भारत के शांति प्रयास।
- भारतीय अर्थव्यवस्था के समक्ष प्रमुख चुनौतियां
- गरीबी जनसंख्या वृद्धि जनसंख्या का घनत्व, माल्थस का जनसख्या सिद्धान्त. जनसंख्या वृद्धि, आर्थिक विकास में बाधक, भारत में जनांकिकीय प्रवृत्तियों, जन्म एवं मृत्यु दर, लिंग अनुपात, भारत की राष्ट्रीय जनसंख्या नीति ।
- भारत में गरीबी के कारण, भारत में गरीबी रेखा, गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम। बेरोजगारी-प्रकार, बरोजगारी उन्मूलन पर वर्तमान में सरकार द्वारा संचालित योजनाएं। साक्षरता दर
- भारत में खाद्य सुरक्षा एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली :- खाद्य सुरक्षा की समस्या, सार्वजनिक वितरण प्रणाली का उद्देश्य व प्रसार भारतीय खाद्य निगम, लक्षित सार्वजनिक वितरण योजना एकीकृत बाल विकास योजनाएं (आई०सी०डी०एस०) दोपहर भोजन व्यवस्था (एम०डी०एम०). राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक ।
- भूमण्डलीकरण तथा सांख्यिकी परिचय, आंकड़ों का प्रदर्शन व महत्व, समान्तर माध्य, माध्यिका बहुलक ।
BTC Syllabus in Hindi | हिंदी – 4rth Semester (चतुर्थ सेमेस्टर)
MP Police Constable Syllabus 2023 in Hindi | PDF Download | मध्यप्रदेश पुलिस कांस्टेबल सिलेबस 2023
- अनिवार्य संस्कृत में अनुस्वार, हलन्त, विसर्ग आदि का ध्यान रखते हुए शुद्ध उच्चारण, वाचन एवं लेखन
- पाठ्यपुस्तक के अतिरिक्त अन्य पाठ्यवस्तु को समझकर पढ़ना। • दिये गये अनुच्छेदों के शीर्षक लिखना।
- उच्च प्राथमिक स्तर की पाठ्यपुस्तकों में सम्मिलित कविता, निबन्ध, कहानी, एकाकी, यात्रावृतान्त, जीवनी, आत्मकथा, पत्रलेखन, नाटक के लेखकों का सामान्य परिचय, उनका अध्ययन व अध्यापन कार्य ।
- अनिवार्य संस्कृत के पाठों का अध्यापन नीति श्लोकों को कंठस्थ कराना।
- संस्कृत के शब्द भंडार में वृद्धि हेतु कठिन शब्दों को चुनना, संकलन करना और वाक्य प्रयोग कराना
BTC Syllabus in Hindi | अंग्रेजी – 4rth Semester (चतुर्थ सेमेस्टर)
1. Theoretical aspects
- Different approaches and methods of teaching English
- Grammar translation method.
- Direct method.
- Structural approach cum situational technique.
- Communicative approach.
- Listening with comprehensions- Public announcements, T.V. News etc
2. Content specification Grammar
- Complex and compound sentences
- Commands and requests.
- Tenses: Present, Past & Future
- Indefinite
- Continuous
- Perfect
- Perfect continuous
- Grammar
- Preposition
- Conjunction
- Writing
- Description of Pictures or objects
- Letter, Applications.
- Filling up the forms.
- Lesson planning
3. Sessional [work/ Project works
- Viva-voce.
- Preparation of TL.M.
- Collection of Language games and tongue twisters.
- Essay writing Cotoprehension and Unseen passage
- On the spot project: Take one News headline with details an English daily and give cach student a fixed time (10 min.) and ask them to find out the following details:
- Determiners- article, possessive, dennstrative, distributive
- Pronoun, verb, adjective, adverb & its kind
- Preposition Conjunction, Tense, Idioms & phrases and their use.on their
- Project on the Picture story preparation Students will prepare exercises based picture story (Each student should be given a separate story to maintain the originality). (of work
- Role play
शांBTC Syllabus in Hindi | शिक्षा एवं सतत विकास – 4rth Semester (चतुर्थ सेमेस्टर)
- शांति शिक्षा की अवधारणा, शांति के लिये शिक्षा की वर्तमान आवश्यकता।
- शान्ति शिक्षा में भारतीय जीवन मूल्य, शान्ति कौशल, शान्ति अभिवृत्तियां ।
- व्यक्तित्व एवं सामाजिक विकास (Personality and Social Development), व्यक्तित्व, व्यक्तित्व का स्वरूप, विकास और निर्धारण, आदत एवं स्वभाव (चित्तप्रवृत्ति) (Habits and Temprament) स्व जागरूकता (Self awareness), व्यक्तित्व विकास में वातावरण का प्रभाव व्यक्तित्व के 5 बड़े गुण (Big Five Personality Traits)- खुलापन (Openness) चैतन्यता (Conscientiousness). बहिर्मुखता (Extraversion) सहमतिजन्यता (Agreeableness), स्नायुविकृति (Neuroticism ). व्यक्तित्व की सामाजिकता और शान्ति ।
- सहपाठी के आन्तरिक सम्बंधों की समझ एवं आपसी सम्बंधों का विकास
- (Devlopment of peer Relationship and Interpersonal understandings)
- (क) बच्चों के विकास में उसके साथियों की भूमिका (Role of Peers in children’s development)
- (ख) साथी के सम्बंधों की विशेषता (characteristic of Peer Relationship)
- (ग) सामाजिक बोध (Social cognition) (घ) अक्रामकता (Aggression)
- (ड) तकनीकी एवं साथी सम्बंध (Technology and Pecr Relationship)
- (च) साथी सम्बंधों में विविधता एवं सामाजिक बोध (Diversity in Peer Relationships and social’cognition)
- (छ) स्वस्थ साथ-सम्बंधों को बढ़ावा (Promoting Healthy Peer Relationships) |
- चरित्र एवं नैतिक शिक्षा, सामाज अनुकूल विकास (Character and Moral Echucation Pro-Social Development), बच्चों के चरित्र निर्माण में माता-पिता तथा परिवार के सदस्यों का योगदान। इसे अच्छा बनाने में कुशल शिक्षक महत्व।
- व्यवहारवाद में उद्दीपन एवं अनुक्रिया (Behaviorism Stimuli and Response) शान्ति के लिए निर्माणकारी व्यावहार के प्रोत्साहन हेतु रणनीति (Sunategies for encouraging Productive Behaviours), अवांछित व्यवहार को सकारात्मक तरीके से हतोत्साहित करने की रणनीतियों (Sqategies for discouraging Undesirable Behaviours in a positive way) सकारात्मक व्यावहारिक हस्तक्षेप और सहयोग (Positive Behaviour Intervention Support) ।
BTC Syllabus in Hindi | UP D.EL.ED Syllabus 2023 in Hindi PDF Download Link
अगर आप सम्पूर्ण सिलेबस को पीडीएफ फ़ाइल में प्राप्त करना चाहते है तो नीचे दिए हुए डाऊनलोड बटन के माध्यम से प्राप्त कर सकते है।

BTC Syllabus in Hindi | UP D.EL.ED Syllabus 2023 in Hindi – के महत्वपूर्ण बिंदु
यूपी डीएलएड में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
यूपी डीएलएड थर्ड सेमेस्टर सब्जेक्ट लिस्ट में भी दो सैद्धांतिक विषय होते हैं जिनमें से पहला शैक्षिक मूल्यांकन क्रियात्मक शोध एवं नवाचार और दूसरा समावेशी शिक्षा होते हैं इसके अलावा सामान्य विषय में 6 विषय होते हैं जैसे गणित, विज्ञान, हिंदी, सामाजिक अध्ययन, संस्कृत व उर्दू, कंप्यूटर शिक्षा आदि
डी एल एड करने के बाद क्या करें?
डीएलएड करने के बाद क्या करना पड़ता है? डीएलएड करने के बाद और टीईटी (TET) और सीटीईटी (CTET) एग्जाम पास करने के बाद आप किसी भी सरकारी और प्राइवेट स्कूल में प्राइमरी टीचर की जॉब के लिए आवेदन कर सकते हैं।
बीटीसी फर्स्ट सेमेस्टर में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
BTC कोर्स में 4 सेमेस्टर होते है प्रत्येक वर्ष 2 सेमेस्टर में बांटा गया है। प्रत्येक सेमेस्टर में 8 से 10 सब्जेक्ट होते हैं।
यूपी बीटीसी में एडमिशन कैसे मिल सकता है?
यूपी बीटीसी 2023 के लिए कोई प्रवेश परीक्षा नहीं है, प्रवेश योग्यता के आधार पर किया जाता है यानी कक्षा 10, कक्षा 12 और स्नातक परीक्षा में प्राप्त अंक।
आज के लेख के माध्यम से हमने BTC Syllabus in Hindi | UP D.EL.ED Syllabus 2023 in Hindi को हमने सरल और सहज भाषा मे दर्शाया है।
अगर आप हमारे लेख पर अपनी कोई प्रतिक्रिया देना चाहते है तो कॉमेंट के माध्यम से दे सकते है हम आपकी प्रतिक्रिया का जबाब देने के लिये तत्पर है । धन्यवाद….