RPSC RAS Syllabus: नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारी वेबसाइट AkstudyHub.com में आज आपके लिये हम Ras Syllabus PDF in Hindi, RPSC RAS Syllabus लेकर आये आपको इस पोस्ट के माध्यम से RPSC RAS के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी जाएगी जो आपके लिये उपयोगी साबित होने बाली है। अगर आप इस परिक्षा की तैयारी कर रहे है तो आपको सुझाव है कि आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ें क्योंकि यह पोस्ट आपके लिये बहुत ही उपयोगी होने बाली है।
राजस्थान लोक सेवा आयोग राजस्थान प्रशासनिक सेवा RAS (आरएएस) पदों के लिए संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा आयोजित करता है। राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा RPSC RAS Bharti 2023 नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। प्रशासनिक सेवाओं में रुचि रखने वाले उम्मीदवारों को नवीनतम और उन्नत आरपीएससी आरएएस सिलेबस और परीक्षा पैटर्न के साथ अपनी तैयारी शुरू करनी चाहिए।
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आरपीएससी आरएएस परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है: प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार । लिखित परीक्षा का पाठ्यक्रम नीचे विस्तृत रूप मे दिया गया है।
RPSC RAS Exam Full Details
यदि आप RPSC RAS परीक्षा में बैठने की तैयारी कर रहे तो आपको अपना आवेदन अंतिम तिथि से पहले कंप्लीट करना अनिवार्य है, आवेदकों का चयन तीन चरणों की प्रक्रिया के माध्यम से पूरा किया जाएगा जिसमे Pre. Exam, Mains Exam और साक्षात्कार सम्मिलित है।
इस आर्टिकल में उम्मीदवारों के लिये RPSC RAS Syllabus और Exam pattern के बारे में पूरी जानकारी दी गयी है, हमने तालिका के माध्यम से परीक्षा पैटर्न के बारे में जानकारी दी जिसे आप जरूर पढ़ें।
परीक्षा कराने बाली संस्था | राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) |
परीक्षा का नाम | RAS Exam |
Exam Catagory | राज्य स्तर |
परीक्षा ऑफलाइन होगी या ऑनलाइन | ऑफलाइन |
परीक्षा की भाषा | हिंदी तथा अंग्रेजी |
चयन की प्रक्रिया | 1.प्रारम्भिक लिखित परीक्षा 2. मुख्य लिखित परीक्षा 3. साक्षात्कार |
Syllabus | |
आधिकारिक वेबसाइट | www.rpsc.rajasthan.gov.in |
RPSC RAS Selection Process in Hindi
इस परीक्षा का आयोजन राजस्थान लोक सेवा आयोग राजस्थान प्रशासनिक सेवा RAS (आरएएस) करता है , राजस्थान लोक सेवा आयोग ने उम्मीदवारों के चयन के लिये तीन चरण बनाये है जो निम्न है।
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- प्रारंभिक परीक्षा ( वस्तुनिष्ठ प्रकार और बहुविकल्पी )
- मुख्य परीक्षा ( पारंपरिक प्रकार, लिखित परीक्षा )
- साक्षात्कार ( व्यक्तित्व परीक्षण )
इन परीक्षाओ का स्तर थोड़ा कठिन होने जा रहा है क्योंकि आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या में बढ़ोत्तरी होतो जा रही ।
RPSC RAS Exam Pattern
आपको हम पहले ही बता चुके है इस परीक्षा का आयोजन RPSC के द्वारा किया जा रहा है, ओर इस परीक्षा को तीन चरणों मे पूर्ण किया जाएगा जिसमे प्रारम्भिक परीक्षा,मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार शामिल है।
- प्रीलिम्स Exam
- Mains Exam
- Interview
हम परीक्षा के सभी चरणों के परीक्षा पैटर्न अलग अलग करके देखेगें जिसमे हमे पता चलेगा कि परीक्षा का कौन सा चरण कितने नम्बर का है।
RPSC RAS Prelims Exam Pattern
RPSC RAS प्रारंभिक परीक्षा एक वस्तुनिष्ठ प्रकार का पेपर है जो 3 घंटे की अवधि के लिए 200 अंकों के लिए आयोजित किया जाता है । मेन्स परीक्षों में बैठने के योग्य होने के लिए उम्मीदवारों को प्रीलिम्स परीक्षा पास करनी होगी। यहां आरपीएससी आरएएस प्रारंभिक परीक्षा पैटर्न दिया गया है।
परीक्षा | सामान्य ज्ञान और सामान्य विज्ञान |
प्रश्नों की संख्या | 150 |
प्रश्नो के अंक | 200 |
समय | 3 घन्टे |
RPSC RAS Prelims Exam Pattern के महत्वपूर्ण बिंदु निम्नलिखित है।
- Ras pre exam में पूरे 150 प्रश्न आते है। Ras pre exam पूरे 200 नंबर का होता है।
- Ras pre exam में केवल 2 विषय से प्रश्न पूछे जाते है, सामान्य ज्ञान और सामान्य विज्ञान।
- Ras pre exam में objective type के प्रश्न पूछे जाते है।ल
- Ras pre परीक्षा में 1 नंबर प्रत्येक 3 गलत उत्तर के लिए काट लिया जाता है।
- परीक्षा का उद्देश्य केवल स्क्रीनिंग परीक्षण करना है।
- प्रश्नपत्र का स्तरमान स्नातक डिग्री स्तर का होगा ।
RPSC RAS Mains Exam Pattern
RPSC RAS Mains Exam Pattern: यह परीक्षा दूसरे चरण की परीक्षा है जो प्रारम्भिक परीक्षा उत्तरीण अभ्यर्थियों के लिये आयोजित होगी , मेंस परीक्षा के लिये चार पेपर आयोजित किये जायेंगे जो सभी 200 नंबर और 4 घण्टे की समय सीमा पर होंगे।
क्रमांक संख्या | विषय | परीक्षा में नम्बर | समय |
पेपर 1st | सामान्य अध्ययन | | 200 | 3 घन्टे |
पेपर 2nd | सामान्य अध्ययन || | 200 | 3 घन्टे |
पेपर 3rd | सामान्य अध्ययन ||| | 200 | 3 घन्टे |
पेपर 4rth | सामान्य हिंदी और सामान्य अंग्रेजी | 200 | 3 घन्टे |
- आरपीएससी मेन्स परीक्षा कुल 800 अंकों की होगी।
- सभी 4 पेपर स्कोरिंग प्रकृति के हैं, उनके अंक अंतिम मेरिट सूची में शामिल किए जाएंगे।
- प्रत्येक पेपर हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में होगा (भाषा विषयों को छोड़कर)।
RPSC RAS Interview
- साक्षात्कार राजस्थान लोक सेवा आयोग राजस्थान प्रशासनिक सेवा RAS (आरएएस) द्वारा नियुक्त किये हुये अधिकारियों द्वारा किया जाएगा।
- उम्मीदवार को साक्षात्कार एक बोर्ड द्वारा होगा जिसके सामने उम्मीदवार के परिचयवृत का अभिलेख होगा।
- यह साक्षात्कार इस उद्देश्य से होगा कि सक्षम और निष्पक्ष प्रेक्षकों का बोर्ड यह जान सके कि उम्मीदवार लोक सेवा के लिए व्यक्तित्व की दृष्टि से उपयुक्त है या नहीं।
- यह परीक्षा उम्मीदवार की मानसिक सतर्कता, आलोचनात्मक ग्रहण शक्ति, स्पष्ट और तर्क संगत प्रतिपादन की शक्ति, संतुलित निर्णय की शक्ति, रुचि की विविधता और गहराई नेतृत्व और सामाजिक संगठन की योग्यता, बौद्धिक और नैतिक ईमानदारी को जांचने के अभिप्रायः से की जाती है।
- RPSC RAS परीक्षा के अंतिम चरण यानी Interview का 100 अंकों का वेटेज है।
RPSC RAS Pre Exam Syllabus in Hindi
RPSC RAS Pre Exam का Syllabus निम्नलिखित है जो अलग अलग भागो में विभाजित किया गया है
2000+ GK Questions Answers in hindi PDF – सामान्य ज्ञान 2023
राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य, परम्परा एवं विरासत
- राजस्थान के इतिहास की महत्त्वपूर्णऐतिहासिक घटनाएं, प्रमुख राजवंश, उनकी प्रशासनिक व राजस्ब
- व्यवस्था सामाजिक सांस्कृतिक मुद्दे,
- स्वतंत्रता आन्दोलन, जनजागरण व राजनीतिक एकीकरण
- स्थापत्य कला की प्रमुख विशेषताएँ किले एवं स्मारक
- कलाएँ, चित्रकलाएँ और हस्तशिल्प राजस्थानी साहित्य की महत्त्वपूर्ण कृतियाँ, क्षेत्रीय बोलियाँ
- मेले, त्यौहार, लोक संगीत एवं लोक नृत्य .
- राजस्थानी संस्कृति, परम्परा एवं विरासत राजस्थान के धार्मिक आन्दोलन, संत एवं लोक देवता
- महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थल
- राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व
भारत का इतिहास
- प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत के इतिहास की प्रमुख विशेषताएँएवंमहत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं
- कला
- संस्कृति
- साहित्य
- स्थापत्य
- प्रमुख राजवंश, उनकी प्रशासनिक सामाजिक व आर्थिक व्यवस्था
- सामाजिक-सांस्कृतिक मुद्दे प्रमुख आन्दोलन
आधुनिक काल
- आधुनिक भारत का इतिहास (18वीं शताब्दी के मध्य से वर्तमान तक) – प्रमुख घटनाएँ व्यक्तित्व
- मुद्दे स्वतंत्रता संघर्ष एवं भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन विभिन्न अवस्थाएँ इनमें देश के विभिन्न क्षेत्रों के योगदानकर्ता एवं उनका योगदान
- 19वीं एवं 20वीं शताब्दी में सामाजिक एवं धार्मिक आन्दोलन सुधार
- स्वातंत्र्योत्तर काल में राष्ट्रीय एकीकरण एवं पुनर्गठन
विश्व भूगोल
- प्रमुख भौतिक विशेषताएँ
- पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकीय
- वन्य जीव-जन्तु एवं जैव विविधता
- अन्तर्राष्ट्रीय जलमार्ग
- प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र
भारत का भूगोल
- प्रमुख भौतिक विशेषताएं और मुख्य भू-भौतिक विभाजन
- कृषि एवं कृषि आधारित गतिविधियाँ
- खनिज-लोहा, मैंगनीज, कोयला, खनिज तेल और गैस, आणविक खनिज
- प्रमुख उद्योग एवं औद्योगिक विकास
- परिवहन – मुख्य परिवहन मार्ग
- प्राकृतिक संसाधन
- पर्यावरणीय समस्याएँ तथा पारिस्थितिकीय मुद्दे
- CTET 2023 : पर्यावरण (EVS) और सतत विकास से पूछें जाने वाले बहुत महत्वपूर्ण प्रश्न (120+ नम्बर की गारंटी)- AKstudyHub
राजस्थान का भूगोल
- प्रमुख भौतिक विशेषताएं और मुख्य भू-भौतिक विभाग
- राजस्थान के प्राकृतिक संसाधन
- जलवायु प्राकृतिक वनस्पति, वन, वन्य जीव-जन्तु एवं जैव- विविधता
- प्रमुख सिंचाई परियोजनाएँ
- खान एवं खनिज सम्पदाएँ
- जनसंख्या
- प्रमुख उद्योग एवं औद्योगिक विकास की सम्भावनाएँ
भारतीय संविधान
- भारतीय शासन अधिनियम 1919 एवं 1935, संविधान सभा
- भारतीय संविधान की प्रकृति
- प्रस्तावना (उद्देश्यिका)
- मौलिक अधिकार
- राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत
- मौलिक कर्तव्य
- संघीय ढांचा
- संवैधानिक संशोधन
- आपातकालीन प्रावधान जनहित याचिका और न्यायिक पुनरावलोकन ।
भारतीय राजनीतिक व्यवस्था ओर शासन
- भारत राज्य की प्रकृति
- भारत में लोकतंत्र राज्यों का पुनर्गठन गठबंधन सरकारें
- राजनीतिक दल, राष्ट्रीय एकीकरण संघीय एवं राज्य कार्यपालिका
- संघीय एवं राज्य विधान मण्डल,
- न्यायपालिका
- राष्ट्रपति, संसद,
- सर्वोच्च न्यायालय, निर्वाचन आयोग नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक, योजना आयोग,
- राष्ट्रीय विकास परिषद, मुख्य सर्तकता आयुक्त
- मुख्य सूचना आयुक्त लोकपाल
- राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग स्थानीय स्वायत्त शासन एवं पंचायती राज
- लोक कल्याणकारी राज्य के रूप में राष्ट्रीय लोकनीति
- विभिन्न विधिक अधिकार एवं नागरिक अधिकार-पत्र
राजस्थान की राजनीतिक व्यवस्था
- राज्यपाल
- मुख्यमंत्री
- राज्य विधानसभा
- उच्च न्यायालय
- राजस्थान लोक सेवा आयोग
- जिला प्रशासन
- राज्य मानवाधिकार आयोग
- लोकायुक्त राज्य निर्वाचन आयोग
- राज्य
- सूचना आयोग
- लोक नीति
- विधिक अधिकार एवं
- नागरिक अधिकार पत्र
भारतीय अर्थव्यवस्था
- बजट निर्माण, बैंकिंग
- लोक-वित्त, राष्ट्रीय आय
- संवृद्धि एवं विकास का आधारभूत ज्ञान
- लेखांकन- अवधारणा
- उपकरण एवं प्रशासन में उपयोग
- स्टॉक एक्सचेंज एवं शेयर बाजार राजकोषीय एवं मौद्रिक नीतियाँ
- सब्सिडी, लोक वितरण प्रणाली इ-कॉमर्स
- मुद्रास्फीति अवधारणा प्रभाव एवं नियंत्रण तंत्र
- पंचवर्षीय योजना लक्ष्य रणनीति
अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र
- कृषि, उद्योग, सेवा एवं व्यापार, वर्तमान स्थिति, मुद्दे एवं पहल
- प्रमुख आर्थिक समस्याएं एवं सरकार की पहल, आर्थिक सुधार एवं उदारीकरण
मानव संसाधन एवं आर्थिक विकास
- मानव विकास सूचकांक
- गरीबी एवं बेरोजगारी
- वर्तमान फ्लेगशिप योजनाएं
- अवधारणा प्रकार, कारण, निदानएवं
- सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता- कमजोर वर्गों के लिए प्रावधान
राजस्थान की अर्थव्यवस्था
- अर्थव्यवस्था का वृहत् परिदृश्य
- कृषि, उद्योगव सेवा क्षेत्र के प्रमुख मुद्दे
- संवृद्धि विकास एवं आयोजना .
- आधारभूत संरचना एवं संसाधन
- प्रमुख विकास परियोजनायें
- कार्यक्रम एवं योजनाएँ- अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, – पिछडा वर्ग, अल्पसंख्यकों, निःशक्तजनों, निराश्रितों, महिलाओं, बच्चों, वृद्धजनों, कृषकों एवं श्रमिकों के लिए राजकीय कल्याणकारी योजनाएँ
विज्ञान प्रोधोगिकी
- विज्ञान के सामान्य आधारभूत तत्व इलेक्ट्रॉनिक्स, कम्प्यूटर्स, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी
- उपग्रह एवं अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी
- रक्षा प्रौद्योगिकी
- नैनो-प्रौद्योगिकी
- मानव शरीर, आहार एवं पोषण, स्वास्थ्य देखभाल पर्यावरणीय एवं पारिस्थिकीय परिवर्तन एवं इनके प्रभाव
- जैव-विविधता, जैव प्रौद्योगिकी एवं अनुवांशिकीय अभियांत्रिकी
- राजस्थान के विशेष संदर्भ में कृषि विज्ञान, उद्यान विज्ञान, वानिकी एवं पशुपालन
- राजस्थान में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विकास
मानसिक एवं तार्किक योग्यता
- संख्या श्रेणी, अक्षर श्रेणी, बेमेल छांटना, कूटवाचन (कोडिंग- डीकोडिंग), संबंधों, आकृतियों एवं उनके उपविभाजन से जुड़ी समस्याएँ
- कथन एवं मान्यतायें, कथन एवं तर्क, कथन एवं निष्कर्ष कथन-कार्यवाही
- विश्लेषणात्मक तर्कक्षमता
गणीतिय
- गणितीय एवं सांख्यकीय विश्लेषण का प्रारम्भिक ज्ञान
- संख्या से जुड़ी समस्याएँ व परिमाण का क्रम अनुपात तथा समानुपात प्रतिशत, साधारण एवं चक्रवृद्धि ब्याज, आंकडों का विश्लेषण (सारणी, दण्ड आरेख, रेखाचित्र, पाई चार्ट)
समसामयिक घटनाएं
- राजस्थान राज्यस्तरीय, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय महत्व की प्रमुख समसामयिक घटनाएं एवं मुद्दे
- वर्तमान में चर्चित व्यक्ति एवं स्थान
- खेल एवं खेलकूद संबंधी गतिविधियां
RPSC RAS Mains Exam Syllabus
आपको हम पहले बता चुके है कि RPSC की मुख्य परीक्षा के चार प्रश्न पत्र होंगे जिनका सभी का syllabus अलग अलग होगा, हम आपको चारो परीक्षाओ के सिलेबस अलग अलग बता रहे है।
RPSC RAS Mains Exam Syllabus | Paper 1st
राजस्थान का इतिहास
- . प्रागैतिहासिक काल से 18 वीं शताब्दी के अवसान तक राजस्थान के इतिहास के प्रमुख सोपान
- महत्वपूर्ण राजवंश उनकी प्रशासनिक एवं राजस्व व्यवस्था ।
- 19 वी 20वीं शताब्दी की प्रमुख घटनाएं: किसान एवं जनजाति आन्दोलन,
- राजनीतिक जागृति स्वतन्त्रता संग्राम और एकीकरण।
- राजस्थान की धरोहर: प्रदर्शन व ललित कलाएं हस्तशिल्प व वास्तुशिल्प मेले, पर्व, लोक संगीत व लोक नृत्य |
- राजस्थानी साहित्य की महत्वपूर्ण कृतियाँ एवं राजस्थान की बोलियाँ।
- राजस्थान के संत लोक देवता एवं महत्वपूर्ण विभूतियाँ।
भारतीय इतिहास
- भारतीय धरोहर: सिन्धु सभ्यता से लेकर ब्रिटिश काल तक के भारत की ललित कलाएँ, प्रदर्शन कलाएँ, वास्तु परम्परा एवं साहित्य |
- प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत के धार्मिक आन्दोलन और धर्म दर्शन ।
- 19वीं शताब्दी के प्रारंभ से 1965 ईस्वी तक आधुनिक भारत का इतिहास: महत्वपूर्ण घटनाक्रम, व्यक्तित्व और मुद्दे ।
- भारत का राष्ट्रीय आन्दोलन इसके विभिन्न चरण व धाराएं प्रमुख
- योगदानकर्ता और देश के भिन्न भिन्न भागों से योगदान । 19वी 20वीं शताब्दी में सामाजिक धार्मिक सुधार आन्दोलन ।
- स्वातंत्र्योत्तर सुदृढीकरण और पुनर्गठन- देशी रियासतों का विलय तथा राज्यों का भाषायी आधार पर पुनर्गठन ।
आधुनिक विश्व का इतिहास
- पुनर्जागरण व धर्म सुधार
- प्रबोधन व औद्योगिक क्रांति
- एशिया व अफ्रीका में साम्राज्यवाद और उपनिवेशवाद।
- युद्धों का प्रभाव।
भारतीय अर्थव्यवस्था
- अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्रः कृषि, उद्योग और सेवा- वर्तमान स्थिति, मुद्दे एवं पहल
- बैंकिंग: मुद्रा-पूर्ति और उच्चाधिकार प्राप्त मुद्रा की अवधारणा, केन्द्रीय बैंक एवं वाणिज्य बैंकों की भूमिका एवं कार्यप्रणाली अनर्जक परिसंपत्ति वित्तीय समावेशन, मौद्रिक नीति अवधारणा, उद्देश्य और साधन ।
- लोक वित्तः भारत में कर सुधार प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर परिदान, नकद हस्तांतरण और अन्य संबंधी मुद्दे, भारत की वर्तमान राजकोषीय नीति।
- भारतीय अर्थव्यवस्था में हाल के रूझानः विदेशी पूंजी की
- भूमिका, बहुराष्ट्रीय कंपनियां, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश निर्यात-आयात नीति, 12 वित्त आयोग, गरीबी उन्मूलन योजनाएं ।
वैश्विक अर्थव्यवस्था
- वैश्विक आर्थिक मुद्दे और प्रवृत्तियाँ विश्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व व्यापार
- संगठन की भूमिका विकासशील, उभरते और विकसित देशों की संकल्पना ।
- वैश्विक परिदृश्य में भारत ।
राजस्थान की अर्थव्यवस्था
- राजस्थान के विशेष संदर्भ में कृषि, बागवानी, डेयरी और पशुपालन
- औद्योगिक क्षेत्र संवृद्धि और हाल के रूझान
- राजस्थान के विशेष संदर्भ में संवृद्धि विकास और आयोजना।
- राजस्थान के सेवा क्षेत्र में वर्तमान में हुए विकास एवं मुद्दे ।
- राजस्थान की प्रमुख विकास परियोजनाएं- उनके उद्देश्य और प्रभाव।
- राजस्थान में आर्थिक परिवर्तन के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी मॉडल।
- राज्य का जनांकिकी परिदृश्य और राजस्थान की अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव।
समाजशास्त्र
- भारत में समाजशास्त्रीय विचारों का विकास
- सामाजिक मूल्य
- जाति वर्ग और व्यवसाय
- संस्कृतिकरण
- वर्ण, आश्रम, पुरुषार्थ एवं संस्कार व्यवस्था
- धर्म निरपेक्षता
- मुद्दे एवं सामाजिक समस्याएं
- राजस्थान के जनजातीय समुदाय – भील, मीणा एवं गरासिया
प्रबन्धन
- प्रबंधन – क्षेत्र, अवधारणा, प्रबंधन के कार्य योजना आयोजन, स्टाफ, निर्देशन, समन्वय और नियंत्रण, निर्णय लेना: अवधारणा, प्रक्रिया और तकनीक।
- विपणन की आधुनिक अवधारणा, विपणन मिश्रण- उत्पाद, मूल्य, स्थान और संवर्धन
- धन के अधिकतमकरण की अवधारणा एवंम उद्देश्य, वित्त के स्त्रोत-छोटी लंबी अवधि, पूंजी संरचना, पूंजी की लागत
- नेतृत्व प्रेरणा की अवधारणा और मुख्य सिद्धांत, संचार प्रक्रिया, भर्ती, चयन, प्रेरण, प्रशिक्षण एवं विकास और मूल्यांकन प्रणाली के मूल सिद्धांत
लेखांकन
- वित्तीय विवरण विश्लेषण की तकनीक, कार्यशील पूंजी प्रबंधन के मूल सिद्धांत, जवाबदेही और सामाजिक लेखांकन
- अंकेक्षण का अर्थ एवं उद्देश्य, आंतरिक नियंत्रण, सामाजिक, प्रदर्शन और कार्यकुशलता अंकेक्षण।
- विभिन्न प्रकार के बजट एवं उनके मूल सिद्धांत, बजटीय नियंत्रण
RPSC RAS Mains Exam Syllabus | Paper 2nd
प्रशासकीय नीतिशास्त्र
- नीतिशास्त्र एवं मानवीय मूल्य- महापुरूषों, समाज सुधारकों तथा प्रशासकों के जीवन से प्राप्त शिक्षा।
- परिवार, सामाजिक एवं शैक्षणिक संस्थाओं का मानवीय मूल्यों के पोषण में योगदान
- नैतिक समप्रत्यय – ऋत एवं ऋण, कर्त्तव्य की अवधारणा, शुभ -एवं सद्गुण
- निजी एवं सार्वजनिक संबंधों में नीतिशास्त्र की भूमिका प्रशासकों का आचरण, मूल्य एवं राजनैतिक अभिवृत्ति
- सत्यनिष्ठा का दार्शनिक आधार।
- भगवद् गीता का नीतिशास्त्र एवं प्रशासन में इसकी भूमिका ।
- गांधी का नीतिशास्त्र ।
- भारतीय एवं विश्व के नैतिक चिंतकों एवं दार्शनिकों का योगदान।
- तनाव प्रबंधन।
- उपरोक्त विषयों पर आधारित केस अध्ययन ।
- संवेगात्मक बुद्धि-अवधारणाएं एवं उनकी उपयोगिताएं ।
सामान्य विज्ञान एवं तकनीकी
- नैनो तकनीकी-संकल्पना तथा उसके अनुप्रयोग, भारत का नैनों मिशन
- नाभिकीय तकनीकी आधारभूत संकल्पना, रेडियोऐक्टिवता तथा उसके अनुप्रयोग
- विभिन्न प्रकार के नाभिकीय रिएक्टर, असैन्य – तथा सैन्य उपयोग, भारत में नाभिकीय तकनीकी विकास के लिए संस्थागत संरचना
- दूरसंचार आधारभूत संकल्पना, आमजन के सामाजिक-आर्थिक
- विकास के लिए दूरसंचार का अनुप्रयोग, भारतीय दूरसंचार उद्योग संक्षिप्त इतिहास सहित भारतीय दूरसंचार नीति तथा टेलीकॉम रेग्यूलेटरी अर्थोरटी ऑफ इण्डिया
- विद्युतचुम्बकीय तरंगें, संचार व्यवस्था कम्प्यूटर के आधारभूत
- तत्व, प्रशासन में सूचना तकनीकी, ई-गवर्नेस, ई-वाणिज्य (ई- कॉमर्स) का उपयोग।
- रक्षाः भारतीय मिसाइल कार्यक्रम के संदर्भ में मिसाइल के प्रकार, विभिन्न रासायनिक और जैविक हथियार, DRDO की विभिन्न क्षेत्रों (हथियार के अतिरिक्त) में भूमिका ।
- द्रव्य की अवस्थाएँ।
- कार्बन के अपररूप।
- pH मापक्रम तथा pH का दैनिक जीवन में महत्व।
- संक्षारण तथा उसका निवारण।
- उत्प्रेरक
- साबुन और अपमार्जक – साबुन की शोधन क्रिया बहुलक तथा उनके उपयोग।
- मानव के पाचन, श्वसन, परिसंचरण, उत्सर्जन, समन्वयन एवं जनन
- तंत्रों की सामान्य जानकारी।
- जैव प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग एवं उससे सम्बद्ध नीतिपरक एवं बौद्धिक संपदा अधिकार से संबंधित मुद्दे ।
- भोजन एवं मानव स्वास्थ्य संतुलित एवं असंतुलित भोजन, कुपोषण, मादक पदार्थ, रक्त, रक्त समूह एवं रोधक्षमता (प्रतिजन एवं प्रतिरक्षी), रक्ताधान; प्रतिरक्षीकरण एवं टीकाकरण; की सामान्य जानकारी |
- मानव रोग: संचरणीय एवं असंचरणीय रोग, तीव्र एवं चिरकाली रोग, संक्रामक, आनुवांशिक एवं जीवन शैली से उत्पन्न रोगों के कारण एवं निवारण जल की गुणवत्ता एवं जल शोधन ।
- राजस्थान राज्य के विशेष संदर्भ में सार्वजनिक स्वास्थ्य उपक्रम । विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी में भारतीय वैज्ञानिकों का योगदान ।
- पारिस्थितिक तंत्र: संरचना एवं कार्य।
- वातावरण संघटक एवं मूलभूत पोषण चक्र ( नाइट्रोजन, कार्बन एवं जल चक्र)
- जलवायु परिवर्तन, नवीनीकरणीय एवं अनवीकरणीय ऊर्जा।
- वातावरणीय प्रदूषण एवं निम्नीकरण, अपशिष्ट प्रबंधन।
- राजस्थान राज्य के विशेष संदर्भ में जैव विविधता एवं उसका संरक्षण
- राजस्थान राज्य की पारंपरिक प्रणालियों के विशेष संदर्भ में जल संरक्षण
- राजस्थान राज्य के विशेष संदर्भ में कृषि विज्ञान, उद्यान-विज्ञान
- राजस्थान राज्य की पारंपरिक प्रणालियों के विशेष संदर्भ में जल संरक्षण
- राजस्थान राज्य के विशेष संदर्भ में कृषि विज्ञान, उद्यान-विज्ञान, वानिकी, डेयरी एवं पशुपालन।
विश्व भूगोल
- प्रमुख भौतिक भू-आकृतियाँ: पर्वत, पठार, मैदान, झीलें एवं हिमनद
- भूकंप एवं ज्वालामुखी प्रकार वितरण एवं उनका प्रभाव
- पृथ्वी एवं भूवैज्ञानिक समय सारिणी
- समसामयिक भू-राजनीतिक समस्याएं
भारत का भूगोल
- प्रमुख भौतिकः पर्वत, पठार, मैदान, झीलें एवं हिमनद
- भारत के प्रमुख भू-आकृतिक प्रदेश • जलवायु: मानसून की उत्पत्ति, ऋतुओं के अनुसार जलवायु दशायें,
- वर्षा का वितरण एवं जलवायु प्रदेश
प्राकृतिक संसाधन
- जल, वन एवं मृदा संसाधन
- शैल एवं खनिज प्रकार एवं उनका उपयोग
- जनसंख्या वृद्धि, वितरण, घनत्व, लिंगानुपात, साक्षरता, नगरीय एवं ग्रामीण जनसंख्या
राजस्थान का भूगोल
- प्रमुख भौतिक भू-आकृतियाँ: पर्वत, पठार, , मैदान, नदियाँ एवं झीलें
- प्रमुख भू-आकृतिक प्रदेश
- प्राकृतिक वनस्पति एवं जलवायु
- पशुपालन, जंगली जीव-जन्तु एवं उनका संरक्षण
- कृषि – प्रमुख फसलें
- खनिज संसाधनः
- धात्विक खनिज प्रकार, वितरण एवं उनका औद्योगिक उपयोग
- अधात्विक खनिजः प्रकार वितरण एवं उनका औद्योगिक उपयोग
- ऊर्जा संसाधन: परम्परागत एवं गैर परम्परागत स्त्रोत
- जनसंख्या एवं जनजातियाँ
RPSC RAS Mains Exam Syllabus Paper 3rd
भारतीय राजनीतिक व्यवस्था, विश्व राजनीति एवं समसामयिक मामले
- भारतीय संविधान निर्माण, विशेषताएँ, संशोधन, मूल ढाँचा • वैचारिक सत्व: उद्देशिका, मूल अधिकार राज्य नीति के निदेशक तत्व, मूल कर्तव्य
- संस्थात्मक ढाँचा 1: संसदीय प्रणाली, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं मंत्री परिषद्, संसद
- संस्थात्मक ढाँचा 2: संघवाद केन्द्र राज्य संबंध, उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालय, न्यायिक पुनरावलोकन, न्यायिक सक्रियता ।
- संस्थात्मक ढाँचा 3: भारत निर्वाचन आयोग, नियंत्रक एवं महा लेखा परीक्षक, संघ लोक सेवा आयोग, नीति आयोग, केन्द्रीय सतर्कता आयोग केन्द्रीय सूचना आयोग, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग
- राजनीतिक गत्यात्मकताएँ: भारतीय राजनीति में, जाति, धर्म, वर्ग, नृजातीयता, भाषा एवं लिंग की भूमिका, राजनीतिक दल एवं मतदान व्यवहार, नागरिक समाज एवं राजनीतिक आंदोलन, राष्ट्रीय अखंडता एवं सुरक्षा से जुड़े मुद्दे, सामाजिक-राजनीतिक संघर्ष के संभावित क्षेत्र।
- राजस्थान की राज्य राजनीतिः दलीय प्रणाली राजनीतिक – जनांकिकी, राजस्थान में राजनीतिक प्रतिस्पर्द्धा के विभिन्न चरण पंचायती राज एवं नगरीय स्वसान संस्थाएं
- शीत युद्धोत्तर दौर में उदीयमान विश्व व्यवस्था, संयुक्त राज्य अमरिका का वर्चस्व एवं इसका प्रतिरोध, संयुक्त राष्ट्र एवं क्षेत्रीय संगठन, अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद एवं पर्यावरणीय मुद्दे ।
- भारत की विदेश नीति: उद्विकास, निर्धारक तत्व, संयुक्त राज्य अमरिका, चीन, रूस एवं यूरोपीय संघ के साथ भारत के संबंध, संयुक्त राष्ट्र, गुट निरपेक्ष आंदोलन, ब्रिक्स, जी- 20, जी – 77 एवं सार्क में भारत की भूमिका
- दक्षिण एशिया, दक्षिण-पूर्व एशिया एवं पश्चिम एशिया में भू- राजनीतिक एवं रणनीतिक विकास तथा उनका भारत पर प्रभाव।
- समसामयिक मामलेः राजस्थान राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएं, व्यक्ति एवं स्थान, खेलकूद से जुड़ी हाल की गतिविधियाँ।
प्रशासन एवं प्रबंधन की अवधारणाएँ, मुद्दे एवं गत्यात्मकता
- प्रशासन एवं प्रबंध- अर्थ, प्रकृति एवं महत्व, विकसित एवं विकासशील समाजों में लोक प्रशासन की भूमिका, एक विषय के रूप में लोक प्रशासन का विकास, नवीन लोक प्रशासन, लोक प्रशासन के सिद्धांत।
- अवधारणाएँ – शक्ति, सत्ता, वैधता, उत्तरदायित्व एवं प्रत्यायोजन
- संगठन के सिद्धांत – पदसोपान, नियंत्रण का क्षेत्र एवं आदेश की एकता ।
- प्रबंधन के कार्य निगमित शासन एवं सामाजिक उत्तरदायित्व
- लोक प्रबंधन के नवीन आयाम परिवर्तन का प्रबंधन
- लोक सेवा आधारभूत मूल्य एवं अभिवृत्ति- लोक सेवा सत्यनिष्ठा, निष्पक्षता, गैरपक्ष, धरता एवं समर्पण, सामान्यज्ञ एवं विशेषज्ञ संबंध।
- प्रशासन पर विधायी एवं न्यायिक नियंत्रण – विधायी एवं नियंत्रण की विभिन्न पद्धतियाँ एवं तकनीक न्यायिक
- राजस्थान में प्रशासनिक ढाँचा एवं प्रशासनिक संस्कृति राज्यपाल,
- मुख्यमंत्री, मंत्रीपरिषद, राज्य सचिवालय एवं मुख्य सचिव जिला प्रशासन संगठन, जिलाधीश एवं पुलिस अधीक्षक की
- भूमिका, उपखण्ड एवं तहसील प्रशासन प्रशासनिक विकास – अर्थ, क्षेत्र एवं विशेषताएँ
- राज्य मानवाधिकार आयोग, राज्य निर्वाचन आयोग, राज्य वित्त आयोग, लोकायुक्त, राजस्थान लोक सेवा आयोग एवं राजस्थान लोक सेवा अधिनियम, 2011।
खेल एवं योग
- भारत में खेलों की नीतियां।
- राजस्थान राज्य क्रीडा परिषद ।
- राष्ट्रीय खेल पुरस्कार ( अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार
- महाराणा प्रताप पुरस्कार इत्यादि) सकारात्मक जीवन पद्धति योगा।
- भारत के श्रेष्ठ खिलाडी ।
- खेलों में प्राथमिक उपचार।
- भारतीय खिलाडियों की ओलम्पिक में भागीदारी एवं पैरा ओलम्पिक खेल।
व्यवहार
- बुद्धिः संज्ञानात्मक बुद्धि, सामाजिक बुद्धि, संवेगात्मक बुद्धि, सांस्कृतिक बुद्धि और हॉवर्ड गार्डनर का विविध बुद्धि सिद्धान्त ।
- व्यक्तित्वः मनोविश्लेषण सिद्वान्त, शीलगुण व प्रकार सिद्धान्त, व्यक्तित्व निर्धारण के कारक और व्यक्तित्व मापन विधियाँ
- अधिगम और अभिप्रेरणाः अधिगम की शैलियां, स्मृति के मॉडल और विस्मृति के कारण अभिप्रेरणा के वर्गीकरण व प्रकार, कार्य अभिप्रेरणा के सिद्धान्त और अभिप्रेरणा का मापन
- जीवन की चुनौतियों का सामना करनाः तनावः प्रकृति प्रकार कारण, लक्षण, प्रभाव, तनाव प्रबंधन और सकारात्मक स्वास्थ्य का प्रोत्साहन ।
विधि
- विधि की अवधारणा अधिकार एवं कर्त्तव्य ।
- स्वामित्व एवं कब्जा, व्यक्तित्व, दायित्व,
- वर्तमान विधिक मुद्दे – सूचना का अधिकार, सूचना प्रौद्योगिकी विधि साइबर अपराध सहित (अवधारणा, उद्देश्य, प्रत्याशायें), बौद्धिक सम्पदा अधिकार (अवधारणा, प्रकार एवं उद्देश्य ) ।
- स्त्रियों एवं बालकों के विरूद्ध अपराध- घरेलू हिंसा, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, 2012, बाल श्रमिकों से संबंधित विधि।
- राजस्थान में महत्वपूर्ण भूमि विधियां
- राजस्थान भू राजस्व अधिनियम, 1956
- राजस्थान काश्तकारी अधिनियम, 1955
RPSC RAS Mains Exam Syllabus Paper 4rth
भाग 1 (50 अंक) सामान्य हिंदी
- संधि एवं संधि-विच्छेद दिए हुए शब्दों की संधि करना और संधि विच्छेद करना
- उपसर्ग – सामान्य ज्ञान, उपसर्गों से शब्दों की संरचना तथा शब्दों में से उपसर्ग एवं शब्द पृथक् करना
- प्रत्यय- सामान्य ज्ञान, दिए हुए प्रत्ययों से शब्द बनाना और शब्दों में से शब्द एवं प्रत्यय पृथक् करना
- पर्यायवाची शब्द
- विलोम शब्द
- समश्रुत भिन्नार्थक शब्द दिए हुए शब्द-युग्म का अर्थ- भेद
- वाक्यांश के लिए सार्थक शब्द
- शब्द शुद्धि
- वाक्य शुद्धि
- मुहावरे- मुहावरों का वाक्य में सटीक • कहावत / लोकोक्ति- केवल भावार्थ
- शब्दावली – प्रशासन से संबंधित अंग्रेजी शब्दों के समानार्थ हिन्दी पारिभाषिक शब्द
भाग 2 (50 अंक)
- संक्षिप्तीकरण- गद्यावतरण का उचित शीर्षक एवं लगभग एक- तिहाई शब्दों में संक्षिप्तीकरण (गद्यावतरण की शब्द सीमा लगभग 100 शब्द)
- पल्लवन- किसी सूक्ति, काव्य पंक्ति, प्रसिद्ध कथन आदि का भाव विस्तार (शब्द सीमा- लगभग 100 शब्द)
- पत्र लेखन- सामान्य कार्यालयी पत्र कार्यालय आदेश,अर्धशासकीय पत्र, अनुस्मारक
- प्रारूप लेखन- अधिसूचना, निविदा, परिपत्र, विज्ञप्ति दिए हुए अंग्रेजी अनुच्छेद का हिंदी में अनुवाद
- अनुवाद- (शब्द सीमा- लगभग 75 शब्द )
भाग 3 (20 अंक)
- किसी सामयिक एवं अन्य विषय पर निबंध लेखन (शब्द सीमा लगभग – 250 शब्द)
General English
Part 1 (20 अंक)
- Correction of Sentences: 10 sentences for correction with errors
- Articles & Determiners
- Prepositions
- Tenses & Sequence of Tenses
- Modals
- Voice-Active & Passive
- Narration- Direct & Indirect
- Synonyms & Antonyms
- Phrasal Verbs & Idioms
- One Word Substitute
- Words often Confused or Misused
Part 2 (30 अंक)
- Comprehension of an Unseen Passage (250 Words approximately). 05 Questions based on the passage. Question No. 05 should preferably be on vocabulary.
- Translation of five sentences from Hindi to
- English. Precis Writing (a short passage of approximately 150-200 words)
Part 3 (20 अंक)
- Paragraph Writing- Any 01 paragraph out of 03 given topics (approximately 200 words)
- Elaboration of a given theme (Any 1 out of 3,approximately 150 words)
- Letter Writing or Report Writing (approximately 150 words)
RPSC Ras Syllabus PDF Download
Ras Syllabus PDF: जिन अभ्यर्थियों को Ras परीक्षा का PDF डाऊनलोड करना है वो नीचे दिये हुये बटन के माध्यम से पूरी पीडीएफ प्राप्त कर सकते है।

RPSC RAS Exam Important FAQs
RAS के पेपर कितने होते है ?
आरपीएससी आरएएस परीक्षा पैटर्न 2023 के अनुसार आरएएस की मुख्य परीक्षा में चार पेपर होंगे, इनमें से तीन पेपर सामान्य अध्ययन के
होंगे जबकि एक पेपर में सामान्य हिंदी और सामान्य अंग्रेजी के प्रश्न होंगे। मुख्य परीक्षा का प्रत्येक पेपर अधिकतम अंक 200 का होगा। इसलिए मुख्य परीक्षा कुल 800 अंकों की होगी।
Ras pre कितने मार्क्स का होता है ?
Ras pre exam में पूरे 150 प्रश्न आते है। Ras pre exam पूरे 200 नंबर का होता है। Ras pre exam में केवल 2 विषय से प्रश्न पूछे जाते है, सामान्य ज्ञान और सामान्य विज्ञान। Ras pre exam में objective type के प्रश्न पूछे जाते है।
RAS में इंटरव्यू कितने नंबर का होता है ?
RAS Mains exam में पूरे 4 एग्जाम होते है और प्रत्येक एग्जाम में 150 प्रश्न 200 नंबर के पूछे जाते है उसके बाद लास्ट में 100 नंबर का इंटरव्यू होता है
आरएएस परीक्षा को क्लियर करने के लिए कितने अंक चाहिए?
आरएएस मेन्स 2021 के नतीजों के साथ-साथ आरपीएससी ने आरपीएससी आरएएस मेन्स कटऑफ 2021 भी जारी कर दिया है। नोटिस के मुताबिक, सामान्य वर्ग में उनका आरपीएससी आरएएस मेन्स 2021 कटऑफ 314 अंक है।
RAS में सबसे बड़ी पोस्ट कौन सी होती है?
RAS में सबसे बड़ी पोस्ट कौन सी होती है? आरएएस भर्ती की सबसे बड़ी पोस्ट स्वयं आर ए एस (राजस्थान प्रशासनिक सेवा) ही होती है इस पोस्ट के सिमिलर आरपीएस (राजस्थान पुलिस सेवा) पोस्ट आती है, इसके बाद अनेक पोस्ट आती हैं।
आरएएस ऑफिसर की सैलरी कितनी होती है?
आरएएस अधिकारी का वेतनमान रुपये से होता है। 15,600 से रु. 39,100 रुपये ग्रेड पे के साथ। 5,400.
RAS के लिये उम्र कितनी होनी चाहिए ?
आरपीएससी आरएएस भर्ती (RPSC RAS Recruitment in Hindi) के लिए आयु सीमा 21 से 40 वर्ष के बीच निर्धारित की गई है, आयु गणना के लिए महत्वपूर्ण तिथि 1 जनवरी, 2024 है। आयु में छूट सरकारी आरक्षण नियमों के अनुसार प्रदान की जाएगी।
आईएएस या आरएएस कौन सा बेहतर है?
इस प्रकार, आरएएस बनाम आईएएस की बहस में यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि आरएएस को अपनी अखिल भारतीय केंद्रीय रैंक के कारण अधिक विशेषाधिकार और शक्तियां प्राप्त हैं जो राज्य सिविल सेवा आरएएस रैंक से अधिक है।
रास में सबसे ऊंचा पद कौन सा है?
RAS EXAM RPSC (RAJESTHAN PUBLIC SERVICE COMISSION) हर साल राजस्थान राज्य में आयोजित कर आती है. RAS OFFICER का पोस्ट स्टेट लेवल में सबसे ऊंचा पद वाला माना जाता है.
आशा करते है आपको हमारा आर्टिकल (Ras Syllabus PDF in Hindi | RPSC RAS Syllabus) पसन्द आया होगा औऱ आप हमारे द्वारा दी हुई जानकारी से संतुष्ट होंगे।
अगर आप किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे है तो हम आपके लिये सभी विषयों के महत्वपूर्ण नोट्स अपनी वेबसाइट के माध्यम से लेकर आये है , अगर आप हमारे इस आर्टिकल पर अपना कोई सुझाव देना चाहते तो कॉमेंट के माध्यम से संपर्क कर सकते है । धन्यवाद…